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मेरे सपनों का भारत पर निबंध (India of My Dreams Essay in Hindi)

मेरे सपनों का भारत

भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ सद्भाव में रहते हैं। हालांकि अभी भी देश के कई हिस्सों में किसी व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव किया जाता है। मेरे सपनों का भारत ऐसा भारत होगा जहां किसी से ऐसा कोई भेदभाव नहीं है। भारत ने पिछले कुछ दशकों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में बहुत विकास देखा है। मैं एक पूरी तरह से विकसित देश के रूप में भारत का सपना देखता हूं, जो न केवल उपर्युक्त क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करेगा बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत को भी बरकरार रखेगा।

मेरे सपनों का भारत पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on India of My Dreams in Hindi, Mere Sapno ka Bharat par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द).

भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहुभाषी और बहु-धार्मिक समाज है, जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में स्थिर प्रगति देखी है। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो इससे भी अधिक गति से प्रगति करे और जल्द ही विकसित देशों की सूची में शामिल हो।

यहां पर उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों की जानकारी दी गई है जिनमें भारत को बेहतर बनाने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है:

  • शिक्षा और रोजगार

मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित होगा और हर किसी को योग्य रोजगार के मौके मिल सकेंगे। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे राष्ट्र के विकास को कोई रोक नहीं सकता।

  • जाति और धार्मिक मुद्दे

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा भारत होगा जहां लोगों को उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। जाती और धार्मिक मुद्दों को दरकिनार करके कार्य करना राष्ट्र को मजबूत करने में काफी महत्वपूर्ण कदम होगा।

  • औद्योगिक और तकनीकी विकास

​​भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास दोनों को देखा है। हालाँकि यह विकास अभी भी अन्य देशों के विकास के समान नहीं है। मेरे सपनों का भारत तकनीकी क्षेत्र के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में तेज़ी से प्रगति करेगा।

देश में बहुत भ्रष्टाचार है और इसकी दर हर दिन तेज़ी से बढ़ रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मेरे सपनों का भारत भ्रष्टाचार से मुक्त होगा। यह एक ऐसा देश होगा जहां लोगों की भलाई सरकार का एकमात्र एजेंडा होगी।

  • लिंग भेदभाव

यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित होने के बाद भी महिलाओं को अब तक पुरुषों से नीचा माना जाता है। मेरे सपनों का भारत में कोई लिंग भेदभाव नहीं होगा। यह ऐसा स्थान होगा जहां पुरुषों और महिलाओं को बराबर माना जाता हो।

संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करते हैं और अच्छे जीवन की गुणवत्ता का आनंद लेते हैं।

निबंध 2 (400 शब्द)

हमें गर्व है की भारत में विभिन्न जातियों, धर्मों और धर्मों से संबंधित लोग एक साथ रहते है। हमारा देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। पिछले कुछ दशकों में भारत ने विभिन्न उद्योगों में भी तेजी देखी है। हालांकि, हमें अभी भी इसकी खुशहाली के लिए लंबा रास्ता तय करना है।

यहां कुछ ऐसे क्षेत्रों के उदाहरण दिए गए हैं जिन पर काम करके भारत को आदर्श देश बनाने में सहायता मिल सकती है:

देश में आर्थिक असमानता बहुत अधिक है। यहां अमीर दिन प्रतिदिन और अमीर हो रहे हैं और गरीब और गरीब बनते जा रहे हैं। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहां धन समान रूप से नागरिकों के बीच वितरित किया जाता हो।

राष्ट्र की वृद्धि में शिक्षा का अभाव मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरुकता फैलाने के प्रयास कर रही है। हालांकि यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए कि देश में प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा का अधिकार मिलना जरुरी है।

देश में अच्छे रोजगार के अवसरों की कमी है। यहां तक ​​कि जो लोग योग्य हैं वे अच्छी नौकरियां पाने में असमर्थ रहे हैं। बेरोजगारों के बीच असंतोष का स्तर बहुत अधिक है और वे अक्सर सड़क पर अपराध करते हुए पाए जातें हैं। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो सभी के लिए बराबर रोजगार के अवसर प्रदान करता है जिससे कि हम सभी हमारे देश के विकास और सुधार के लिए काम करें।

जातिवाद एक और बड़ा मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोगों से जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता हो।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां महिलाओं को सम्मान दिया जाता है और पुरुषों के बराबर महत्व दिया जाता हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां महिलाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।

मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो भ्रष्टाचार से मुक्त हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां राजनीतिक नेता अपने स्वयं के स्वार्थ को पूरा करने के बजाय देशों की सेवा में समर्पित रहेंगे।

  • तकनीकी विकास

भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि देखी है। मैं चाहता हूं कि मेरे सपनों का भारत और अधिक गति से आगे बढ़े और प्रथम श्रेणी के देशों में अपनी जगह बनाने के लिए नई ऊंचाइयों को हासिल करे।

मेरे सपनों का भारत वो भारत है जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सामंजस्य में रहते हैं। मेरे सपनों के भारत में सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।

Essay on India of My Dreams in Hindi

निबंध 3 (500 शब्द)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां समानता की स्वतंत्रता अपने वास्तविक अर्थों में मिली है। यह ऐसी जगह होगी जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म, सामाजिक या आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता हो। मैं इसे एक ऐसे स्थान के रूप में भी देखता हूं जिसने औद्योगिक और तकनीकी क्षेत्रों में तेज़ी से विकास को देखा हो। यहां कुछ ऐसे क्षेत्रों में विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:

महिला सशक्तिकरण

आज के समय में अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी एक पहचान बना रही हैं लेकिन फिर भी हमारे देश की महिलाएं आज भी काफ़ी भेदभाव का शिकार होती है। स्त्री भ्रूणहत से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों में सीमित करने तक अभी बहुत सारे क्षेत्रों में काम करने की आवश्यकता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालांकि हमें समाज की मानसिकता को बदलने पर बहुत काम करना है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहाँ महिलाओं को बराबरी का दर्जा प्राप्त होगा।

हालांकि भारत सरकार शिक्षा की मांग के महत्व को बढ़ावा देने के प्रयास कर रही है पर अभी भी देश में बहुत से लोग इसके महत्व को महसूस नहीं कर रहे हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य हो। सबकी शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को जरुरी कदम उठाने चाहिए ताकि देश में कोई भी बच्चा शिक्षा से रहित नहीं ना रहे।

रोजगार के अवसर

देश के कई योग्य युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे है। अवसर या तो सीमित होते हैं या योग्य उम्मीदवारों की जरुरत के अनुपात में नहीं होते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण कमजोर औद्योगिक वृद्धि है। इसके अलावा कुछ अन्य कारक हैं जैसे कि आरक्षण जो कि योग्य उम्मीदवारों को अच्छा अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं। भारत में रोजगार के अवसरों को पाने में असफल रहने वाले कई युवा विदेशों में चले जाते हैं और अपने कुशल दिमाग का अन्य देशों के आर्थिक विकास के लिए काम करते हैं जबकि कुछ लोग सारी उम्र काम नहीं मिलने की वजह से बेरोजगार घूमते हैं।

जाति भेदभाव

देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त नहीं है। यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि अभी भी कैसे देश के कुछ हिस्सों में कमजोर वर्गों के लोग अपने मूल अधिकारों से वंचित रह रहे हैं।

इसके अलावा कई विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह है जो लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के धर्म बारे में गलत बात का प्रचार करने के लिए उकसातें हैं। इससे देश में अक्सर अशांति फैलती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जहां लोगों से जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता हो।

भारत के विकास की गति में मुख्य अवरोध भ्रष्टाचार है। ऐसा लगता है कि देश की सेवा करने के बजाय यहां के राजनीतिक नेता अपनी जेब भरने में व्यस्त हैं। मेरे सपनों का भारत वह होगा जहां के मंत्री पूरी तरह से देश और उसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित रहे।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जो अपने सभी नागरिकों को समान मानता हो और किसी भी मापदंड के आधार पर उनसे भेदभाव नहीं करता हो। मैं एक ऐसी जगह का सपना देखता हूँ जहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान देखा जाता हो। मैं चाहता हूं कि आने वाले समय में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में भारत प्रगति करे।

निबंध 4 (600 शब्द)

भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न जातीय समूहों, जातियों और धर्मों के लोग सौहार्दपूर्ण ढंग से रहते हैं। भारत को अपनी समृद्ध, विविध सांस्कृतिक विरासत पर गर्व है। हालाँकि भारत ने अपनी आजादी के बाद से अब तक एक लंबा सफर तय किया है। पिछले कुछ दशकों में इसने एक विशाल सामाजिक और आर्थिक विकास को देखा है पर देश के कई हिस्सों में अभी भी आर्थिक और सामाजिक असमानताएं मौजूद है। देश के कई हिस्सों में लोगों को उनकी जाति और धार्मिक प्राथमिकताओं के आधार पर नीची नजरों से देखा जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां हर नागरिक को समानता की वास्तविक स्वतंत्रता प्राप्त होगी।

सुधार के क्षेत्र

देश को आगे बढ़ाने और विकसित करने के लिए अभी भी काफी काम करने की ज़रूरत है। यहां चार प्रमुख क्षेत्रों पर एक नज़र डाली गई है जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता हैं:

शिक्षा किसी भी देश की मजबूती की नीवं है। हमारे देश की प्रमुख कमियों में से एक यह है कि लोग अभी भी शिक्षा के महत्व को नहीं पहचानते हैं। गरीबी या गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोग विशेष रूप से शिक्षित होने के महत्व को अनदेखी करते हैं। उन्हें नहीं पता है कि शिक्षा की कमी गरीबी के लिए जिम्मेदार मुख्य कारकों में से एक है। सरकार अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने तथा वयस्क शिक्षा विद्यालय खोलने के माध्यम से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि अधिक से अधिक लोगों को अपने बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की पहुंच हो। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां हर नागरिक शिक्षित और कुशल हो।

लिंग भेदभाव एक और मुद्दा है जिस पर काम करने की जरुरत है। महिलाओं को लगातार उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है और वे विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन भी कर रही हैं, फिर भी महिलाओं को समाज में अपनी जगह बनाने के लिए कई बाधाओं से लड़ना होगा।

देश के कई हिस्सों में लड़की का जन्म अभी भी एक अभिशाप माना जाता है। उच्च शिक्षा के लिए लड़कियों को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि महिलाएं जो योग्य हैं उनसे भी यह अपेक्षा की जाती है कि वे विवाह के बाद बाहर काम करने की बजाए अपने परिवार की देखभाल करे। काम पर महिलाओं को दी गई मजदूरी पुरुषों को दिए वेतन की तुलना में कम होती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव से रहित हो।

  • तकनीकी उन्नति

हालांकि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत विकास और उन्नति देखी है फिर भी अभी इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि तेज़ बुद्धि वाले व्यक्ति अपने देश के विकास में योगदान करने के बजाय विदेशों में रोजगार के अवसर तलाशने और उन देशों की तकनीकी और औद्योगिक उन्नति में योगदान देने चले जाते है। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो व्यक्तियों के लिए अच्छे रोजगार के अवसर प्रदान करता है और देश को तकनीकी प्रगति के पथ एक नई दिशा प्रदान करता है।

भारत में अपराध दर दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। बलात्कार, डकैती, दहेज और हत्या के कई मामले हर दिन दर्ज किए जा रहे हैं। कई मामलो की तो सुनवाई ही नहीं हो रही है। शिक्षा का अभाव, बेरोजगारी और गरीबी ने इस दिशा में बढ़ावा दिया है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां सरकार लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील हो। तभी भारत अपराध और शोषण से मुक्त होगा।

भारत ने पिछले कुछ दशकों में तेजी से औद्योगिक विकास, तकनीकी उन्नति और कई अन्य क्षेत्रों में प्रगति देखी है। हालांकि अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है। भारत को पहले के समय में इसकी समृधि के कारण सोने की चिड़िया कहा जाता था। मैं चाहता हूं कि देश उस गौरव को फिर से प्राप्त करे। मैं चाहता हूँ कि वह ना सिर्फ आर्थिक समृद्धि का आनंद ले बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी अमीर हो। देश के सभी नागरिकों से समान व्यवहार हो और किसी से कोई भी भेदभाव या अन्याय नहीं होना चाहिए।

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध (India Of My Dreams Essay in Hindi) 200, 300, 400, 500, शब्दों मे

essay on dreams in hindi

India Of My Dreams Essay in Hindi – भारत वह जगह है जहाँ विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक दूसरे के साथ सद्भाव से रहते हैं। हालांकि, देश के कई हिस्सों में किसी व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव किया जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां इस तरह का कोई भेदभाव नहीं होगा। भारत ने पिछले कुछ दशकों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में बहुत विकास देखा है।

मैं भारत को एक पूर्ण विकसित देश के रूप में देखने का सपना देखता हूं जो न केवल उपरोक्त क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करता है बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत को बरकरार रखता है। परीक्षा या निबंध लेखन प्रतियोगिता के दौरान स्कूल में विषय के साथ आपकी मदद करने के लिए ‘मेरे सपनों का भारत’ पर अलग-अलग लंबाई के निबंध यहां दिए गए हैं।

मेरे सपनों का भारत पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines on India of My Dreams in Hindi)

  • 1) मुझे अपने सपनों का भारत देखना अच्छा लगता है।
  • 2) मैं अपने देश में सभी को खुश देखना चाहता हूँ।
  • 3) राष्ट्र में कोई अपराध नहीं होना चाहिए।
  • 4) मैं चाहता हूं कि भारत में कोई भी गरीब न रहे।
  • 5) मैं चाहता हूं कि भारत में भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए।
  • 6) मैं चाहता हूं कि मेरे देश में सबसे अच्छी तकनीक हो।
  • 7) मैं चाहता हूँ कि भारत का प्रत्येक नागरिक शिक्षित हो।
  • 8) शिक्षित लोग भारत की प्रगति में मदद करेंगे।
  • 9) मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग एकता के साथ रहें।
  • 10) मैं भारत को दुनिया का सबसे अच्छा और समृद्ध राष्ट्र बनाने का सपना देखता हूं।

मेरे सपनों का भारत पर 20 लाइनें (20 Lines on India of My Dreams in Hindi)

  • 1) एक राष्ट्र के रूप में मेरे सपनों का भारत भ्रष्टाचार से मुक्त होना चाहिए।
  • 2) मेरे सपनों के भारत में हर नागरिक शिक्षित और साक्षर हो।
  • 3) भारत में सभी नागरिकों को योग्य रोजगार के अवसर खोजने में सक्षम होना चाहिए।
  • 4) मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां हर नागरिक को सद्भाव और शांति से रहना चाहिए।
  • 5) भारत को कुशल जनशक्ति के साथ विनिर्माण और स्वचालन का केंद्र बनना चाहिए।
  • 6) आधुनिक भारत में नागरिकों के बीच लिंग, जाति और पंथ के बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।
  • 7) मेरे सपनों के भारत में महिलाओं को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अधिक सशक्त और सुरक्षित महसूस करना चाहिए।
  • 8) भारत में प्रत्येक नागरिक का जीवन स्तर सभ्य होना चाहिए जिसका अर्थ है स्वास्थ्य, आवास और शिक्षा तक बेहतर पहुंच।
  • 9) मेरे सपनों के भारत में सड़कों और रेलवे के मामले में बेहतर संपर्क होना चाहिए।
  • 10) वैज्ञानिकों का एक पूल बनाने के लिए भारत को अनुसंधान और विकास पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
  • 11) मेरे सपनों के भारत में किसानों को जीवन की सभी बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिए।
  • 12) मेरे सपनों के भारत में लोगों को यातायात के नियमों का ठीक से पालन करना चाहिए।
  • 13) भारत के लोगों को स्वास्थ्य और स्वच्छता को अत्यधिक महत्व देना चाहिए।
  • 14) मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां नागरिक और सरकार लोगों की सुरक्षा को महत्व देते हैं।
  • 15) भारत सांप्रदायिकता से मुक्त होना चाहिए और समान नागरिक संहिता को पारित करने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए।
  • 16) मेरे सपनों के भारत में नियंत्रित जनसंख्या वृद्धि होनी चाहिए जिसे केवल साक्षरता और शिक्षा के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
  • 17) मेरे सपनों का भारत बिजली, सामान और सेवाओं के उत्पादन में अग्रणी होना चाहिए।
  • 18) प्रत्येक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए और भाईचारे की भावना रखनी चाहिए।
  • 19) मेरे सपनों के भारत में हर नागरिक को एक एक पेड़ लगाने और पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
  • 20) भारत को लाखों लोगों को रोजगार देने वाली संस्कृति, कला, संगीत, नाटक, खेल, वास्तुकला और हस्तशिल्प के क्षेत्र में अग्रणी होना चाहिए।

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मेरे सपनों का भारत पर हिंदी में लंबा और छोटा निबंध

हमने नीचे हिंदी में मेरे सपनों का भारत पर छोटे और लंबे निबंध उपलब्ध कराए हैं। ये मेरे सपनों का भारत निबंध सरल हिंदी में लिखे गए हैं ताकि याद किया जा सके और आसानी से आवश्यकता पड़ने पर प्रस्तुत किया जा सके।

निबंधों को पढ़ने के बाद, आप एक आदर्श भारत को अपने सपनों का भारत बनाने के लिए आवश्यक आवश्यकताओं को जानेंगे।

आप यह भी जानेंगे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून और व्यवस्था के क्षेत्र में सुधार आपको अपने सपने को साकार करने में कैसे मदद करेगा। ये निबंध आपको स्कूल या कॉलेज की प्रतियोगिताओं जैसे निबंध लेखन, वाद-विवाद, भाषण देने आदि में मदद करेंगे।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 1 (200 शब्द)

भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोग इस देश में शांति से रहते हैं। हालाँकि, लोगों के कुछ समूह लोगों को अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं, जिससे देश में शांति बाधित होती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जो ऐसी विभाजनकारी प्रवृत्तियों से रहित हो। यह एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहां विभिन्न जातीय समूह एक दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हों।

मैं भारत को एक ऐसे राष्ट्र के रूप में देखने का भी सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित हो। मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग शिक्षा के महत्व को समझें और यह सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे कम उम्र में छोटे-मोटे काम करने के बजाय शिक्षा प्राप्त करें। वयस्क जो अपने बचपन के दौरान अध्ययन करने का अवसर खो चुके हैं, उन्हें भी बेहतर नौकरी खोजने के लिए शिक्षा प्राप्त करने के लिए वयस्क शिक्षा कक्षाओं में शामिल होना चाहिए।

मैं चाहता हूं कि सरकार सभी के लिए रोजगार के समान अवसर प्रदान करे ताकि युवाओं को योग्य नौकरियां मिलें और देश के विकास में योगदान दें। मैं चाहता हूं कि देश तकनीकी रूप से उन्नत बने और सभी क्षेत्रों में विकास देखे। अंत में, मैं चाहता हूं कि भारत एक ऐसा देश बने जहां महिलाओं के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान अवसर दिए जाते हैं।

भारत के सपने पर निबंध 2 (300 शब्द)

भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहुभाषी और बहु-धार्मिक समाज है जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में लगातार प्रगति देखी है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो और भी तेज गति से आगे बढ़ता है और कुछ ही समय में विकसित देशों की सूची में शामिल हो जाता है। इसे बेहतर जगह बनाने के लिए यहां प्रमुख क्षेत्र हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है:

  • शिक्षा और रोजगार

मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां हर नागरिक शिक्षित हो और रोजगार के योग्य अवसर पाने में सक्षम हो। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे हुए राष्ट्र की वृद्धि और विकास को कोई नहीं रोक सकता।

  • जाति और धार्मिक मुद्दे

मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां लोगों के साथ उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। यह राष्ट्र को मजबूत करने में काफी मददगार साबित होगा।

  • औद्योगिक और तकनीकी विकास

जबकि भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास देखा है, यह अभी भी कई अन्य देशों के बराबर नहीं है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो तकनीकी रूप से आगे बढ़ता है और हर क्षेत्र में तेजी देखता है।

देश में बहुत भ्रष्टाचार है, और इसकी दर केवल दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार से मुक्त हो। यह वह जगह होगी जहां देश की बेहतरी सरकार का एकमात्र एजेंडा होगा।

  • लैंगिक भेदभाव

यह देखकर दुख होता है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित करने के बाद भी महिलाओं को पुरुषों से हीन समझा जाता है। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां कोई लैंगिक भेदभाव नहीं है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।

संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत वह होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करें और जीवन की अच्छी गुणवत्ता का आनंद लें।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 3 (400 शब्द)

भारत को विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोगों का घर होने पर गर्व है। यह देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। इसने पिछले कुछ दशकों में विभिन्न उद्योगों में भी उछाल देखा है। हालाँकि, हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर हमें एक आदर्श राष्ट्र बनाने के लिए काम करने की आवश्यकता है:

देश में आर्थिक विषमता बहुत है। यहां के अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और गरीब दिन पर दिन गरीब होते जा रहे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां धन नागरिकों के बीच समान रूप से वितरित किया जाता है।

शिक्षा का अभाव राष्ट्र के विकास में मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है। तथापि, इसे यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए कि देश का प्रत्येक व्यक्ति शिक्षा प्राप्त करना चाहता है।

देश में रोजगार के अच्छे अवसरों की कमी है। यहां तक ​​कि जो अच्छी तरह से योग्य हैं, वे भी योग्य नौकरी पाने में असफल रहते हैं। बेरोजगार अत्यधिक असंतुष्ट हैं, और वे अक्सर अपराध की राह पकड़ लेते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी के लिए समान रोजगार के अवसर प्रदान करता है ताकि हम में से प्रत्येक अपने देश के विकास और बेहतरी के लिए काम करे।

जातिवाद एक अन्य प्रमुख मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोगों के साथ उनकी जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां महिलाओं को उचित सम्मान दिया जाता है और पुरुषों के बराबर माना जाता है। यह वह जगह होगी जहां महिलाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।

मैं भारत को भ्रष्टाचार मुक्त देश के रूप में देखने का सपना देखता हूं। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां राजनीतिक नेता अपने स्वयं के स्वार्थों को पूरा करने के बजाय देश की सेवा करने के लिए समर्पित होंगे।

  • तकनीकी विकास

भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से विकास देखा है। मैं चाहता हूं कि यह और भी तेज गति से बढ़े और नई ऊंचाइयों को छूकर पहले दर्जे के देशों में अपनी जगह बनाए।

मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक/सामाजिक स्थितियों के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हैं। निष्पक्ष खेल होना चाहिए, और सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 4 (500 शब्द)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां समानता की स्वतंत्रता का वास्तविक अर्थों में आनंद उठाया जा सके। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म या सामाजिक/आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। मैं इसे एक ऐसी जगह के रूप में भी देखता हूं जो औद्योगिक और तकनीकी विकास की प्रचुरता को देखता है। यहां कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:

महिला सशक्तिकरण

हालाँकि अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं, फिर भी हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ बहुत भेदभाव है। कन्या भ्रूण हत्या से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों तक सीमित करने तक, ऐसे बहुत से क्षेत्र हैं जिन पर काम करने की आवश्यकता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालाँकि, हमें अभी भी समाज की मानसिकता को बदलने के लिए बहुत काम करना है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो महिलाओं को एक संपत्ति के रूप में देखता है, दायित्व के रूप में नहीं। मैं चाहता हूं कि यह वहां हो जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाए।

हालांकि भारत सरकार शिक्षा प्राप्त करने के महत्व को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन देश में बहुत से लोग अभी भी इसके महत्व को नहीं समझते हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां शिक्षा को सभी के लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।

रोजगार के अवसर

देश में कई योग्य युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर नहीं मिल पाते हैं। अवसर सीमित हैं या योग्य उम्मीदवारों को पर्याप्त भुगतान नहीं करते हैं। यह मुख्य रूप से कमजोर औद्योगिक विकास के कारण है। अन्य कारक, जैसे आरक्षण, योग्य उम्मीदवारों को अच्छे अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं। कई युवा जो भारत में रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त करने में विफल रहते हैं, वे विदेश चले जाते हैं और अपना मन दूसरे देशों की आर्थिक वृद्धि के लिए काम करने में लगाते हैं, जबकि अन्य बेरोजगार घूमते हैं।

जातिगत भेदभाव

देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से पूरी तरह मुक्त नहीं हुआ है। यह देखना दुखद है कि कैसे देश के कुछ हिस्सों में निचले और कमजोर वर्गों के लोगों को उनके मूल अधिकारों से भी वंचित रखा जाता है। इसके अलावा, विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के बारे में गलत बातें करने के लिए उकसाते हैं। यह अक्सर देश में अशांति का कारण बनता है। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां लोग जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते।

भ्रष्टाचार मुख्य कारणों में से एक है जिसकी वजह से भारत को उस गति से विकास नहीं करना चाहिए जैसा उसे करना चाहिए। यहां के नेता देश की सेवा करने के बजाय अपनी जेबें भरने में लगे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां मंत्री पूरी तरह से और पूरी तरह से देश और इसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: (FAQs)

Q.1 भारत का पूरा नाम क्या है.

उत्तर. भारत का पूरा नाम रिपब्लिक ऑफ इंडिया है।

Q.2 भारत कब अस्तित्व में आया?

उत्तर. भारत लगभग 250000 वर्ष पूर्व अस्तित्व में आया।

Q.3 बाघ से पहले भारत का राष्ट्रीय पशु क्या था?

उत्तर. बाघ से पहले एशियाई शेर भारत का राष्ट्रीय पशु था।

Q.4 भारत के किस राज्य को ‘भारत का मसाला उद्यान’ कहा जाता है?

उत्तर. दक्षिण भारतीय राज्य केरल को भारत का मसाला उद्यान कहा जाता है।

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मेरे सपनों का जीवन निबंध | Essay on My Dream in Hindi

Essay on My Dream in Hindi  प्रिय विद्यार्थियों आज के लेख  मेरे सपनों का जीवन निबंध अथवा मेरे सपनों का जीवन, मेरे जीवन का उद्देश्य और मेरा जीवन स्वप्न के इस निबंध में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के बच्चों के लिए  Essay on My Dream in Hindi  का लेख 100, 200, 250, 300, 400 और 500 शब्द सीमा में आपके साथ प्रस्तुत कर रहे हैं.

मेरे सपनों का जीवन निबंध | Essay on My Dream in Hindi

Get Here Free Short Essay on My Dream in Hindi Language For School Students & Kids.

No 1 Essay on My Dream in Hindi For Class 5 In 500 Words With Headings

छात्र जीवन और सपने-

छात्र जीवन तो सपने सजाने की उम्रः होती हैं. सपने देखने का अर्थ जीवन की वास्तविकता से पलायन करना नहीं हैं. भावी जीवन को व्यवस्थित ढंग से चलाने का विचार करना ही सपने देखना हैं. वैसे भी मनुष्य स्वप्न द्रष्टा प्राणी हैं.

वह अपने जीवन को सफल बनाने के लिए नाना प्रकार की कल्पनाएँ करता हैं. कोई वकील तो कोई व्यवसायी बनना चाहता हैं.

कोई वैज्ञानिक तो कोई सैनिक बनकर देश की सेवा करना चाहता हैं. कोई खिलाड़ी, कोई अध्यापक और कोई डॉक्टर बनकर मान सम्मान और धन अर्जित करने के सपने देखता हैं.

सोद्देश्य जीवन ही जीवन हैं-

जीवन में उद्देश्य का होना आवश्यक होता हैं. उद्देश्य, लक्ष्य या मंजिल ही मनुष्य को आगे बढने के लिए प्रेरित करते हैं. छात्र भी अपने उद्देश्य को ध्यान में रखकर विषयों का चयन करता हैं. कोई साहित्य और कला सम्बन्धी विषय चुनते हैं और कोई विज्ञान वाणिज्य सम्बन्धी विषय चुनते हैं.

छात्र जीवन में ही हमारे भावी जीवन की दिशा निश्चित होती हैं. अतः हमें अपनी रूचि, योग्यता और आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखकर अपने लक्ष्य का चुनाव करना चाहिए. केवल दूसरों की देखा देखि आँख बंद करके जीवन का लक्ष्य बना लेना बुद्धिमानी नहीं होती हैं.

मेरे जीवन का लक्ष्य और मेरी योजना-

मेरे जीवन का लक्ष्य है एक कुशल चिकित्सक बनना. इस पेशे को मैं धन कमाने के लिए नहीं बल्कि मानव सेवा के लिए अपनाना चाहता हूँ. रोगियों की बढ़ती भीड़, डॉक्टरों का घोर पेशेवर रवैया, महंगी चिकित्सा ये सभी मुझे विचलित कर देते हैं.

मेरा सपना हैं कि मैं एक एक कुशल चिकित्सक बनू. प्रत्येक चिकित्सा की श्रेष्ठतम बातों का उपयोग करके रोगी को स्वस्थ बनाऊ. उचित शुल्क, सही निर्देश और सेवाभाव से काम करू.

एक ऐसी निशुल्क सेवा व्यवस्था संचालित करू जो जनता को स्वास्थ्य रक्षा की शिक्षा दे. महिलाओं और बच्चों के लिए चिकित्सा की विशेष व्यवस्था करूँ.

मेरा संकल्प-

मेरा यह दृढ संकल्प रहेगा कि मैं अपने पेशे की पवित्रता और गरिमा को लांछित न होने दूँ. मैं चाहूगा कि अन्य सेवाभावी चिकित्सक मेरे साथ आएं और मानव सेवा में हाथ बंटकर यश और आत्म संतोष प्राप्त करे.

मैं एक ऐसा चिकित्सा केंद्र चलाना चाहता हूँ जहाँ नाम मात्र की धनराशि पर रोगी का परीक्षण और उपचार किया जाएगा. मैं इससे उन चिकित्सकों की सेवाएं आमंत्रित करुगा, जो पीड़ित मानवता की सेवा करके उसे स्वस्थ और प्रसन्नता देने के लक्ष्य के प्रति समर्पित रहेगे.

राजा रंतिदेव का यह आदर्श मेरी प्रेरणा रहेगा. न तो मुझे राज्य की कामना है न स्वर्ग की इच्छा है. मैं पुनर्जन्म भी नहीं चाहता कि मैं तो दुखी प्राणियों के दुखों को मिटाने की ही कामना करता हूँ मेरा प्रयास होगा-

सर्व भवन्तु सुखिन सर्वे सन्तु निरामया सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कशिचद दुःख मा भवेत

सपनों का जीवन निबंध 1000 शब्द

बदलते सपनों का जीवन या जीवन के स्व निर्धारित बेहतर भविष्य की कल्पना हर कोई करता है जिनकी सफलता या असफलता निजी संघर्ष पर टिकी होती है। सपना कहे तो एक ऐसा स्वाद, जो सबका अपना, खास और निजी होता है। डॉक्टर, इंजीनियर से लेकर सामाजिक सरोकारों और राजनीतिक 

आकांक्षाओं तक या फिर प्रकृति से प्रेम की पराकाष्ठा से लेकर उस किसी भी क्षेत्र की तरफ मन का खींचा चला जाना और लगना, जैसे कि इसकी प्राप्ति ही जीवन का उद्देश्य बनेगी, ही सही मायनो में सपने होते है। और इन सबके साथ अगर शिद्दत से की गई मेहनत भी हो तो इन सपनों की सीढ़ियों पर जीवन चढ़ता ही चलता जाता है।

निजी जीवन का सपना

शुरुआती दौर में शायद हर कोई, बहुत सी चीजों के प्रति लगाव महसूस करते है लेकिन उनको संज्ञा नहीं दे पाते। ऐसा ही हमारे साथ भी होता है जहां दिल की इच्छाएं कहीं न कहीं जरूर टिकने लगती है.

हम किसी न किसी वस्तु, इंसान, कार्य या क्षेत्र के प्रति स्वयं को आकर्षित महसूस करने लगते है, इस आकर्षण की दिशा में ही आकर्षित होते चले जाने का नाम ही सपना होता है।

घुटनों और हाथों के बल चलते जीवन की अवस्था से ही कुछ चीजें मन में घर करने लगती है। जो ताउम्र हमारे केंद्र में रहने लग जाती है।

निजी रूप से मेरा सपना था डॉक्टर बनना और अपनी सेवाएं समाज और देश के उन क्षेत्रों तक पहुंचना, जहां के लिए ये सब अभी संभव नहीं था, और था, तो बस नाममात्र।

हाई स्कूल तक पूरे दृढ़ संकल्प के साथ मैं इस सपने के भविष्य को जीता चला गया। लेकिन जब निर्णायक मोड़ आया तो पता चला की कागजी पेचीदगियों (age criteria) की वजह से मैं अगले दो साल तक डॉक्टरी की पढ़ाई नहीं कर पाऊंगा।

एक ऐसा समय, जहां सपना बिखरने सा लगा। टीस डॉक्टर न बन पाने की कम थी, मन इस बात से दुखी रहता था कि स्वचेतना के बल पर, जहां डॉक्टर बनकर मानवता की सेवा की जा सकती है, जिस कार्य हेतु जो निर्णय लिया गया, उसका ध्येय अब अधूरा रह जायेगा।

अब स्नातक भी इसी विषय की पढ़ाई के साथ उत्तीर्ण करने का फैसला किया। जहां पल पल ये लगता रहा कि शायद यह सब बेकार में व्यर्थ किया जा रहा है। शुरुआती दिनों में मन में सिवाय दुविधाओं के, कुछ नहीं था। 

बदलते राजनीतिक माहौल और समाज में बढ़ती द्वेष की भावनाएं अब मन को विचलित करने लगी थी। हर दिन कोई न कोई ऐसी घटना होती जिसके बारे में बाद में सोचने बैठे तो बुरा लगता था,

लगता था कि मानो समाज की मानसिक चेतना धृष्टता की ओर जा रही है और इन सब चीजों ने मन की दिशा को बदल दिया। जहां से अब राजनीति, इतिहास, सामाजिक मुद्दे और लोगों की न्यूनतम जरूरतें पूरी करने वाली आवश्यकताओं की ओर ध्यान जाने लगा।

जीवन में कई बार ऐसे मोड़ आते हैं जहां से स्वयं की चेतना को एक नई दिशा मिलती है, मन को नए विचार मिलते हैं और दिमाग उन्हीं सब में रहने लगता है। तब से यह जीवन भले धीमी गति के साथ ही सही लेकिन समाज को समर्पित होने लगा।

मन में जो ख्यालात आने लगे वह समाज के लिए, दिल की दुखी होने के कारणो में समाज में, आसपास घटित हो रही घटनाओं का भी अब हिस्सा तय होने लगा था। आखिर इन सब ने मिलकर एक अधूरे सपने की टीस को जरूर कम कर दिया।

हालांकि भारतीय समाज में एक जीवित मन और मस्तिष्क के लिए और अमन पसंद चित के लिए अप्रिय घटनाएं दैनिक जीवन का हिस्सा बनती जा रही है, लेकिन प्रयास था कि कहीं ना कहीं से कुछ न कुछ इनमें कमी की जाए।

संक्षिप्त में बोलूं तो अब सामाजिक और आर्थिक अव्यवस्थाओं को समझने का वक्त आ रहा था। इनको सुलझाने की समझ में अब इनको समझने की जरूरत महसूस होने लगी थी। लिहाजा अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अब रुचि बनने लगी।

उद्देश्य बस यही कि कैसे आस आसपास के परिवेश में व्याप्त व्याधियों को खत्म किया जा सकता है। एक तरह से यह सपना किसी चुनौती से कम नहीं था क्योंकि डॉक्टर ने बन पाने की मन में कसक और एक विज्ञान के विद्यार्थी के लिए, विज्ञान की थोड़ी बहुत समझ रखने वाले व्यक्ति के लिए, सामाजिक और आर्थिक रूप से समाज को समझना मुश्किल होता है

विशेषकर तब, जब हम नाबालिग से महज बालिक बनते ही है। ऊपर से एक अपरिपक्व चित्त के लिए इन सारी दुविधाओं में स्थिर रह पाना भी एक बड़ी मुश्किल होती है लेकिन ध्येय की कसौटी अब भी वही थी। 

विज्ञान के बाद अर्थशास्त्र और अर्थशास्त्र के साथ साहित्य

निजी अनुभव के आधार पर, विज्ञान सोचने और समझने की शक्ति को मजबूती देता है, हर पहलू को तार्किकता की कसौटी पर परखने की समझ पैदा करता है, अर्थशास्त्र बदलते समाज में जीवन की दिशा और दशा की परख देता है और कविताएं न सिर्फ भौतिकता की समझ पैदा करती है, बल्कि सवचेतना को अडिग रखती है।

किसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु हमें जितनी समझ किसी क्षेत्र विशेष की होनी चाहिए शायद उतनी ही रुचि कविता, शायरी और साहित्य के प्रति भी होनी चाहिए। क्योंकि यह एक ऐसी विषय वस्तु है जिससे कम पढ़कर भी हम एक गहरी समझ पैदा कर सकते हैं

और हमारे चित्त मन को मजबूती मिलती है। चेतना पैदा करने के लिए मेरे अनुभव में, साहित्य का कोई जोड़ नहीं है क्योंकि साहित्य समाज का दर्पण होता है और इस दर्पण में खुद को परखने की आवश्यकता तब और बढ़ जाती है जब आपका चित्त मन भी परिवेश, समाज और समाज की अव्यवस्थाओं की तरफ झुकाव रखता हो।

इसमें कोई दो राय नहीं कि सपने निजी होते हैं, लेकिन अगर हमारे सपनों में कहीं ना कहीं समाज कल्याण भी अगर अपनी जगह रखता है तो शायद हमारे सपने वास्तविक मूल्यों में मानवता का सपना हो जाते हैं। 

एक अच्छे जीवन के लिए, एक अच्छा समाज जरूरी होता है जो आने वाली पीढ़ियों के बेहतर भविष्य का आधार बनता है और एक आदर्श समाज, एक आदर्श देश की नींव का पत्थर होता है। और समाज कल्याण के निजी सपने, उन्हीं अहम पत्थरों का अहम हिस्सा होते है।

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दा इंडियन वायर

मेरे सपनों का भारत पर निबंध

essay on dreams in hindi

By विकास सिंह

essay on india of my dreams in hindi

भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ सौहार्द से रहते हैं। हालांकि, भेदभाव व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और देश के कई हिस्सों में आर्थिक स्थिति के आधार पर किया जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां किसी तरह का भेदभाव नहीं है।

विषय-सूचि

मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (200 शब्द)

भारत एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का आनंद लेता है। इस देश में विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों से संबंधित लोग शांति से रहते हैं। हालांकि, लोगों के कुछ समूह हैं जो लोगों को अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं जिससे देश में शांति में बाधा उत्पन्न होती है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो इस तरह की विभाजनकारी प्रवृत्तियों से रहित है। यह एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहां विभिन्न जातीय समूह एक-दूसरे के साथ पूर्ण सामंजस्य में रहते हैं।

मैं एक ऐसे राष्ट्र के रूप में भी भारत का सपना देखता हूँ जहाँ हर नागरिक शिक्षित हो। मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग शिक्षा के महत्व को समझें और यह सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे एक निविदा उम्र में मासिक नौकरियों में शामिल होने के बजाय शिक्षा की तलाश करें। जिन वयस्कों ने अपने बचपन के दौरान अध्ययन करने का मौका गंवा दिया है, उन्हें अपने लिए बेहतर नौकरी खोजने के लिए शिक्षा प्राप्त करने के लिए वयस्क शिक्षा कक्षाओं में शामिल होना चाहिए।

मैं चाहता हूं कि सरकार सभी के लिए समान रोजगार के अवसर प्रदान करे, ताकि युवाओं को रोजगार मिले और राष्ट्र के विकास में योगदान मिले। मैं चाहता हूं कि देश तकनीकी रूप से उन्नत हो और सभी क्षेत्रों में विकास देखें। अंत में, मैं चाहता हूं कि भारत एक ऐसा देश हो जहां महिलाओं के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान अवसर दिए जाते हैं।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (300 शब्द)

भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहु-भाषी और बहु-धार्मिक समाज है जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में लगातार प्रगति देखी है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो और भी अधिक गति से आगे बढ़े और कुछ ही समय में विकसित देशों की सूची में शामिल हो जाए। यहां ऐसे प्रमुख क्षेत्र हैं जिन्हें बेहतर जगह बनाने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है:

शिक्षा और रोजगार : मैं भारत का सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित हो और रोजगार के योग्य अवसर पा सके। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे राष्ट्र के विकास और विकास को कोई नहीं रोक सकता।

जाति और धार्मिक मुद्दे:  मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां लोगों को उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। इससे राष्ट्र को मजबूत बनाने में काफी मदद मिलेगी।

औद्योगिक और तकनीकी विकास:  जबकि भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास देखा है, यह अभी भी कई अन्य देशों के बराबर नहीं है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो तकनीकी रूप से आगे बढ़े और हर क्षेत्र में तेजी देखे।

भ्रष्टाचार:  देश में बहुत भ्रष्टाचार है और इसकी दर केवल दिन पर दिन बढ़ रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार मुक्त भारत हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां देश की बेहतरी सरकार का एकमात्र एजेंडा होगा।

लिंग भेदभाव:  यह देखना दुखद है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित करने के बाद भी महिलाओं को अब भी पुरुषों से नीचा माना जाता है। मैं भारत का सपना देखती हूं जहां कोई लैंगिक भेदभाव नहीं है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।

संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करते हैं और जीवन की अच्छी गुणवत्ता का आनंद लेते हैं।

मेरे सपनों का भारत पर अनुच्छेद, paragraph on india of my dreams in hindi (400 शब्द)

भारत विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोगों के घर होने पर गर्व करता है। देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। पिछले कुछ दशकों में इसने विभिन्न उद्योगों में तेजी देखी है। हालांकि, हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन्हें हमें एक आदर्श राष्ट्र बनाने के लिए काम करने की आवश्यकता है:

दरिद्रता:  देश में बहुत आर्थिक असमानता है। यहां अमीर अमीर होते जा रहे हैं और गरीब दिन पर दिन गरीब होते जा रहे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां नागरिकों के बीच धन समान रूप से वितरित किया जाता है।

शिक्षा:  शिक्षा का अभाव राष्ट्र के विकास में मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रयास कर रही है। हालांकि, यह भी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए कि देश का प्रत्येक व्यक्ति शिक्षा चाहता है।

रोज़गार:  देश में रोजगार के अच्छे अवसरों की कमी है। यहां तक ​​कि जो अच्छी तरह से योग्य हैं वे योग्य नौकरी पाने में विफल हैं। बेरोजगारों के बीच असंतोष का स्तर अधिक है और वे अक्सर अपराध का रास्ता अपनाते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी के लिए रोजगार के समान अवसर प्रदान करे ताकि हम में से प्रत्येक अपने देश की वृद्धि और बेहतरी के लिए काम करे।

जातिवाद:  जातिवाद एक अन्य प्रमुख मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ लोगों को उनकी जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।

लिंग भेदभाव:  मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ महिलाओं को उचित सम्मान दिया जाता है और उन्हें पुरुषों के बराबर माना जाता है। यह एक ऐसा स्थान होगा जहाँ महिला सुरक्षा का अत्यधिक महत्व होगा।

भ्रष्टाचार:  मैं भ्रष्टाचार से मुक्त भारत का सपना देखता हूं। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां राजनीतिक नेता अपने स्वार्थों को पूरा करने के बजाय देशों की सेवा करने के लिए समर्पित होंगे।

तकनीकी विकास:  भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि देखी है। मैं चाहता हूं कि यह और भी अधिक गति से बढ़े और पहली दर वाले देशों के बीच अपनी जगह बनाने के लिए नई ऊंचाइयों को प्राप्त करे।

निष्कर्ष:

मैं भारत का सपना देखता हूं जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक / सामाजिक स्थिति के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हैं। निष्पक्ष होना चाहिए और सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।

मेरे सपनों का भारत पर लेख, article on india of my dreams in hindi (500 शब्द)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहाँ समानता की स्वतंत्रता का सही मायने में आनंद लिया जाता है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म या सामाजिक / आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। मैं इसे एक ऐसी जगह के रूप में भी देखता हूं जहां औद्योगिक और तकनीकी विकास की प्रचुरता है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:

महिला सशक्तिकरण:  हालांकि अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं लेकिन हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ अभी भी बहुत भेदभाव है। कन्या भ्रूण हत्या से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों तक सीमित रखने के लिए बहुत से ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर काम करने की आवश्यकता है।

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालाँकि, हमें अभी भी समाज की मानसिकता को बदलने पर बहुत काम करना है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो महिलाओं को एक संपत्ति के रूप में देखता है और एक दायित्व नहीं है। मैं चाहता हूं कि यह एक ऐसी जगह हो जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।

शिक्षा:  यद्यपि भारत सरकार शिक्षा प्राप्त करने के महत्व को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है, फिर भी देश में बहुत से लोग इसके महत्व को महसूस नहीं कर रहे हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य है। सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए एक कदम आगे बढ़ना चाहिए कि देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से रहित नहीं है।

रोजगार के अवसर:  देश में कई योग्य युवा अच्छे रोजगार के अवसर प्राप्त करने में विफल हैं। अवसर या तो सीमित हैं या योग्य उम्मीदवारों को पर्याप्त भुगतान नहीं करते हैं। इसका मुख्य कारण कमजोर औद्योगिक विकास है। आरक्षण जैसे कुछ अन्य कारक हैं जो योग्य उम्मीदवारों को अच्छा अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं।

भारत में रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त करने में असफल रहने वाले कई युवा विदेशों में उड़ान भरते हैं और दूसरे देशों के आर्थिक विकास के लिए काम करने का मन बनाते हैं, जबकि अन्य बेरोजगार घूमते हैं।

जाति भेद:  देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से पूरी तरह मुक्त नहीं है। यह देखना दुखद है कि निचले और कमजोर तबके के लोग देश के कुछ हिस्सों में अपने बुनियादी अधिकारों से कैसे वंचित हैं।

इसके अलावा, विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह हैं जो लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के बारे में बीमार होने के लिए उकसाते हैं। इससे अक्सर देश में अशांति फैलती है। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां लोगों को उनकी जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।

भ्रष्टाचार:  भ्रष्टाचार एक मुख्य कारण है कि भारत उस गति से नहीं बढ़ पा रहा है जिस गति से उसे होना चाहिए। देश की सेवा करने का प्रयास करने के बजाय, यहां के राजनीतिक नेता अपनी जेब भरने में व्यस्त हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां मंत्री पूरी तरह से समर्पित हैं और पूरी तरह से देश और उसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित हैं।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जो अपने सभी नागरिकों को समान मानता है और उन्हें किसी भी मापदंड के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। मैं एक ऐसी जगह का सपना देखती हूं जहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है और उन्हें पुरुषों के बराबर देखा जाता है। मैं यह भी चाहता हूं कि भारत आने वाले समय में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति देखे।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (600 शब्द)

भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न जातीय समूहों, जातियों और धर्मों के लोग सौहार्दपूर्वक रहते हैं। यह एक समृद्ध, विविध सांस्कृतिक विरासत का दावा करता है। हालांकि लंबे समय तक उपनिवेश रहा, लेकिन भारत ने अपनी आजादी के बाद से एक लंबा सफर तय किया है।

पिछले कुछ दशकों में इसने बहुत बड़ी सामाजिक और आर्थिक वृद्धि देखी है। हालाँकि, काउंटी में बहुत अधिक आर्थिक और सामाजिक असमानता है। देश के कई हिस्सों में लोगों को उनकी जाति और धार्मिक प्राथमिकताओं के कारण नीचे देखा जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ हर नागरिक को समानता की सच्ची स्वतंत्रता प्राप्त होगी।

सुधार के क्षेत्र:

ऐसे कई क्षेत्र हैं जिन्हें आगे बढ़ने और विकसित करने के लिए हमारे देश को अभी भी काम करने की आवश्यकता है। यहां उन चार प्रमुख क्षेत्रों पर एक नज़र डाली गई है जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है:

शिक्षा:  शिक्षा किसी भी राष्ट्र के लिए बिल्डिंग ब्लॉक है। हमारे देश में एक बड़ी कमी यह है कि लोग अभी भी शिक्षा के महत्व को नहीं पहचानते हैं। गरीबी या गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोग विशेष रूप से शिक्षित होने के महत्व को नजरअंदाज करते हैं।

उन्हें एहसास नहीं है कि शिक्षा की कमी उनकी गरीबी के लिए जिम्मेदार मुख्य कारकों में से एक है। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि अधिक से अधिक लोगों को बच्चों के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने के साथ-साथ वयस्क शिक्षा स्कूल खोलने के माध्यम से शिक्षा तक पहुंच हो। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहाँ हर नागरिक शिक्षित और कुशल होगा।

लिंग भेदभाव:  लिंग भेदभाव एक और मुद्दा है जिस पर काम करने की जरूरत है। जबकि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कर रही हैं, फिर भी उन्हें समाज में अपनी जगह बनाने के लिए कई बाधाओं से लड़ना होगा।

देश के कई हिस्सों में अभी भी बालिकाओं के जन्म को अभिशाप माना जाता है। लड़कियों को उच्च अध्ययन के लिए जाने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि जो लोग अच्छी तरह से योग्य हैं, उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे बाहर काम करने के बजाय अपने परिवार के विवाह के बाद विवाह करें।

काम के समय महिलाओं को मिलने वाला वेतन पुरुषों के वेतन से कम होता है और भेदभाव की सूची बनती है। मैं भारत का सपना देखती हूं जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव से रहित है।

तकनीकी उन्नति:  जबकि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत अधिक वृद्धि और उन्नति देखी है, फिर भी इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है।

यह देखना दुखद है कि देश से प्रतिभाशाली दिमाग रोजगार के अवसरों की तलाश में विदेश जाते हैं और अपने देश के विकास में योगदान देने के बजाय उन देशों की तकनीकी और औद्योगिक प्रगति में योगदान करते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो योग्य लोगों को रोजगार के अच्छे अवसर प्रदान करता है और सभी मिलकर देश की आगे की तकनीकी प्रगति की दिशा में काम करते हैं।

अपराध दर:  भारत में अपराध की दर दिन ब दिन बढ़ रही है। प्रत्येक दिन बलात्कार, डकैती, दहेज और हत्या के कई मामले सामने आते हैं और कई अन्य लोगों पर किसी का ध्यान नहीं जाता है। शिक्षा का अभाव, बेरोजगारी और गरीबी प्रमुख रूप से इसके प्रति विशेषता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां सरकार लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील है। यह सभी प्रकार के अपराध और शोषण से मुक्त जगह होगी।

भारत ने पिछले कुछ दशकों में कई अन्य क्षेत्रों में तेजी से औद्योगिक विकास, तकनीकी प्रगति और प्रगति देखी है। हालांकि, अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है। कभी समृद्धि का आनंद लेने के कारण भारत को स्वर्णिम गौरैया कहा जाता था।

मैं चाहता हूं कि देश उस गौरव को फिर से प्राप्त करे। मैं यह नहीं चाहता कि यह सिर्फ आर्थिक समृद्धि का आनंद ले, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी समृद्ध हो। देश के सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए और कोई भेदभाव या अन्याय नहीं होना चाहिए।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Thanks A lot for this essay it helped me a lot

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Essay on India Of My Dreams : मेरे सपनों का भारत निबंध

Meena Bisht

  • May 3, 2020
  • Hindi Essay

Essay on India Of My Dreams : मेरे सपनों का भारत पर हिन्दी निबंध

Essay on India Of My Dreams 

मेरे सपनों का भारत पर हिन्दी निबंध.

सुराज्य व सुशासन की स्थापना हो 

देशवासी एकता के एक सूत्र में बंधे हो

किसान अपनी भूमि का मालिक हो 

बेरोजगारी की समस्या न हो 

मजदूर वर्ग प्रसन्न रहे 

महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान  

हर बच्चे को शिक्षा व सही पोषण मिले 

पूर्ण सुविधा युक्त अस्पताल 

देश की सुरक्षा व्यवस्था लाजवाब हो

प्रस्तावना 

मेरे सपनों के भारत में एक ऐसे राष्ट्र की कल्पना है जो अपने गौरवमयी ऐतिहासिक गाथाओं  , पूर्वजों की धरोहरों , बेमिसाल सांस्कृतिक विरासतों और अपने आध्यात्मिक व धार्मिक मान्यताओं को अपने आप में समेटकर आगे बढ़े।और इसके साथ ही साथ आधुनिक टेक्नोलॉजी , विज्ञान और प्रौद्योगिकी , चिकित्सा क्षेत्र , शिक्षा जगत में भी उच्चता हासिल कर विश्व में अपना एक विशिष्ट स्थान बनाए।

यानी मेरे सपनों के भारत में पूर्वजों की बेमिसाल विरासतों के साथ-साथ आधुनिकता का एक संतुलित समन्वय हो। आज विश्व के सभी देश भारत का सम्मान करते हैं। “वसुधैव कुटुंबकम” और सम्पूर्ण विश्व में शांति बनी रहे , यही भारत की आदर्श भावना है। इसीलिए विकट से विकट परिस्थितियों में भी पूरा विश्व भारत की तरफ बड़ी उम्मीद भरी नजरों से देखता हैं। 

कैसा हैं मेरे सपनों का भारत

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद कृषि , उद्योग , व्यापार , विज्ञान , शिक्षा , सूचना और प्रौद्योगिकी , तकनीकि आदि क्षेत्रों में भारत ने खूब प्रगति की। विश्व के सभी विकासशील देशों में भारत ने अपना एक महत्वपूर्ण व अग्रणी स्थान बनाया है।

बावजूद इसके मेरे सपनों के भारत में कुछ कमी रह गयी हैं जिस वजह से हमारा देश अभी भी अपनी मूलभूत समस्याओं से मुक्त हो नहीं हो सका है।आज जब मैं अपने देश की वर्तमान तस्वीर देखती हूं तो लगता है कि यह तो मेरे सपनों का भारत नहीं हैं।  मैं अपने सपनों के भारत में निम्न चीजें देखना चाहती हूं। 

मेरे सपनों का भारत तो वह भारत है जिसमें गांधी जी के रामराज्य की स्थापना हो।क्योंकि इसके लिए ही हमारे देश के अनगिनत वीर शहीदों ने अपने अनमोल प्राणों की आहूति हँसते हँसते चढ़ा दी थी।

मेरे सपनों के भारत में सिर्फ स्वराज्य ही नहीं बल्कि सुराज्य व सुशासन भी स्थापित हो।मेरी कल्पना का भारत एक फलता फूलता व हंसता खेलता स्वस्थ व स्वच्छ सुंदर राष्ट्र है जो लगातार विकास के पथ पर अग्रसर हो।

मेरे सपनों के भारत में सभी देशवासी एकता के एक सूत्र में बंधे हों।जिनमें प्रांतबाद , भाषावाद और धार्मिक संकीर्णता का छाया न हो।सब खुले दिल से राष्ट्र को सुखी , समृद्ध और शक्तिशाली बनाने में अपना पूरा योगदान दें। समाज में ऊंच-नीच , जाँती पाँती ,लिंग भेद आदि की दीवारों ना हों। 

गांव में हर किसान अपनी भूमि का मालिक स्वयं हो। उनके खेतों में हरियाली व घर अनाज के भंडारों से भरे हो और उनके जीवन में खुशहाली हो। कोई भी किसान किसी तरह के कर्ज में डूब कर खुदकुशी ना करें। अन्नदाता का सर्वथा व सब जगह सम्मान हो। 

देश में  किसी भी पढ़े लिखे , प्रशिक्षित व्यक्ति के सामने बेरोजगारी का प्रश्न न खड़ा रहे। देश के हर युवा को उसकी योग्यता के अनुसार रोजगार के समान अवसर मिलें।ताकि कोई भी व्यक्ति रोजगार व भुखमरी के कारण अपने प्राण न गवांये। मेरे सपनों के भारत में लोगों के जीवन में भ्रष्टाचार हावी न हो। सब मेहनत लगन व ईमानदारी से काम करें। 

नये व पुराने सभी तरह के उद्योग धंधे खूब फलते फूलते रहें। मिलो , कारखानों में प्रसन्नता से काम करते हुए मजदूर देश को और भी समृद्ध और शक्तिशाली बनाने में जुटे हों। सबके तन पर कपड़ा हो ,पेट भरे हो और सबके मन में सुख , संतोष व खुशी की भावना हो।

मेरे सपनों के भारत में  हरे छोटे बच्चे को पूर्ण पोषण युक्त आहार मिले और शिक्षा का पूर्ण अधिकार मिले। किसी भी छोटे बच्चे को किसी भी कारण बस , कभी भी स्कूल ना छोड़ना पड़े। उन्हें किसी भी तरह के शोषण का शिकार ना होना पड़े और जीवन यापन के लिए मजदूरी ना करने पड़े। 

हर छोटे से छोटे गांव में भी सभी मूलभूत सुविधाओं से युक्त प्राथमिक पाठशाला हो और उसमें हँसते मुस्कुराते स्वस्थ बच्चे खुशी खुशी अपनी पढ़ाई करें। हमारे स्कूल व विद्यालय सरस्वती के सच्चे मंदिर हों।

बड़े बड़े गांवों में शहरों की तरह ही विद्यालय व कस्बों में महाविद्यालय ज्ञान विज्ञान का प्रकाश फैलाते हों।जगह-जगह पुस्तकालयों और शौचालय की स्थापना होगी। उच्च शिक्षा के द्वार सभी के लिए खुले हों। शिक्षा में रोजगार पूरक विषयों को प्राथमिकता के साथ-साथ औद्योगिक और आर्थिक विषयों को महत्वपूर्ण स्थान दिया जाय।

दुनिया की आधी आबादी कहे जाने वाली महिलाओं का सशक्तिकरण अत्यंत आवश्यक है। इसीलिए महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर हो। हर महिला अपने देश के किसी भी भाग में आने जाने वक्त या घर से बाहर निकलते वक्त असुरक्षित महसूस ना करें। मेरे सपनों के भारत में महिलाओं की शिक्षा और उनकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता हो।यह जरूरी हैं। 

महिलाओं से किसी भी तरह का भेदभाव किसी भी क्षेत्र में न किया जाता हो। पढ़ाई लिखाई , खान पान , रहन सहन , पहनावे और रोजगार संबंधी चीजों में लिंग भेदभाव बिल्कुल खत्म हो जाय ताकि सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए महिलाओं को भी समान अवसर मिले।

समाज से बाल , विवाह दहेज हत्या , कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथा खत्म हो। महिलाओं का शारीरिक , मानसिक और यौन शोषण ना हो। महिलाओं तन मन से स्वस्थ व सुरक्षित महसूस करें। 

हर गांव , हर कस्बे , हर शहर में पूर्ण सुविधा युक्त अस्पताल हो ताकि बिना इलाज के कोई भी व्यक्ति अस्पताल में दम न तोड़े। बीमार व बुजुर्गों के लिए पूरी सुविधाओं से लैस अस्पताल हों। शहरी और देहाती इलाकों में चिकित्सा की उत्तम सुविधाएं हों।गांव गांव में दवाखाने हों।गांव का डॉक्टर किसी भी ग्रामीण को बेमौत मरने न दे। 

हमारे देश की सुरक्षा व्यवस्था लाजवाब हो। हमारी सेनाएं शत्रु को हमारे देश व हमारी सीमाओं पर बुरी नजर डालने ही न दें। देश में कानून का सख्ती से पालन होगा। चोर , डाकू , तस्करों और काला बाजारी करने वालों की काली कमाई के सारे दरवाजे बंद हों।भ्रष्टाचारियों और देशद्रोहियों को कड़ी सजा देकर उन्हें सबक सिखाया जाय। 

उपसंहार (Essay on India Of My Dreams)

मेरे सपनों का भारत एक महान और आदर्श भारत हैं।जिससे पूरा विश्व से प्रेरणा लेगा । शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था तक , नए नए आविष्कारों से लेकर अंतरिक्ष में लंबी छलांग लगाने तक , हर क्षेत्र में भारत विकास के मार्ग पर अग्रसर हो। और पूर्ण विकसित राष्ट्र के नाम से दुनिया में जाना जाये। ताकि दुनिया उम्मीद भरी नजरों से मेरे देश की तरफ देखें।

लेकिन साथ ही साथ हमारे पूर्वजों के बताए सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर पूरी दुनिया को शांति का मार्ग बताकर विश्व गुरु की पदवी धारण करें। ताकि पूरी दुनिया में शांति के दूत के रूप में भारत का नाम स्वर्णिम अक्षरों पर लिखा हो। 

काश मैं अपने सपनों के भारत का सपना अपनी आंखों से पूरा होते हुए देख सकूं। 

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध – India Of My Dreams Essay In Hindi

मेरे सपनों का भारत पर निबंध – essay on india of my dreams in hindi.

संकेत बिंदु:

  • त गौरवशाली बने
  • भारत का गौरवशाली अतीत
  • सोने की चिड़िया
  • भारत की वर्तमान समस्या

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।

मैं जिस राष्ट्र की सुंदर और पावन जमीं पर रहता हूँ, विश्व उसे भारत के नाम से जानता है। प्राचीन काल में यह अत्यंत संपन्न और गौरवशाली देश था। काल के थपेड़ों को सहते-सहते इस देश को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। वर्तमान में इसे अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मैं अपने सपनों के भारत को एक विकसित गौरवशाली और महान राष्ट्र के रूप में देखना चाहता हूँ।

भारत सदा से अहिंसा का पुजारी रहा है। यहाँ जन्मे विभिन्न महापुरुषों-गौतम बुद्ध, महावीर स्वामी, सम्राट अशोक गुरुनानक, महात्मा गाँधी आदि ने अहिंसा का संदेश पूरी दुनिया को दिया। ये लोग मारकाट में विश्वास नहीं करते थे। मेरे सपनों का भारत ऐसा होगा, जिसमें हिंसा आतंकवाद आदि के लिए कोई स्थान नहीं होगा। सब परस्पर शांति और प्रेम से रहेंगे।

भारत सदा से ही ज्ञान का केंद्र रहा है। इसने पूरी दुनिया में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से विश्व में ज्ञान का आलोक फैलाया। गणित के क्षेत्र में शून्य भारत की ही देन है। प्राचीन काल में यहाँ तक्षशिला, नालंदा जैसे सुप्रसिद्ध विश्वविद्यालय थे, जहाँ भारतीय ही नहीं विदेशी भी ज्ञानार्जन करने आते थे। दुर्भाग्य से आज हमें उच्चशिक्षा हेतु विदेशों में जाना पड़ता है। मेरे सपनों का भारत पुनः शिक्षा के विषय में विश्व के विकसित देशों जैसा ही होगा।

प्राचीन काल में भारत आर्थिक दृष्टि से अत्यंत समृद्धशाली था। इसे ‘सोने की चिड़िया’ कहा जाता था। इसकी धन-संपदा देख विदेशियों को लालच आया। उन्होंने कई बार इस देश पर आक्रमण किए। आज भारत को निर्धनता का सामना करना पड़ रहा है। मेरे सपनों का भारत पुनः पहले से अधिक धनी और समृद्ध होगा।

वर्तमान में शोषण की समस्या उठ खड़ी हुई है। पूँजीपति मजदूरों का, नेता भोली भाली जनता का, दुकानदार ग्राहकों का शोषण कर रहे हैं। ठेकेदारी-प्रथा में शोषण और भी बढ़ गया है। सभी को अवसर की समानता न उपलब्ध होने के कारण वर्ग विशेष का शोषण किया जा रहा है। मेरे सपनों के भारत में सभी शोषणमुक्त होंगे और सभी को समान अवसर मिलेंगे।

वर्तमान भारत में अनेक सामाजिक रूढ़ियाँ और कुरीतियाँ फैली हैं जो विकास में बाधक सिद्ध होती हैं। इनमें दहेज-प्रथा, छुआछूत, ऊँच-नीच की भावना आदि हैं। मेरे सपनों का भारत इन कुरीतियों से मुक्त हो प्रगति के पथ पर उत्तरोत्तर बढ़ता रहेगा।

मेरे सपनों के भारत में वास्तविक लोकतंत्र होगा, जहाँ नेता दल बदलते, वोट खरीदते, जनता को चुनावी झाँसे देते, वोट के बदले नोट बाँटते नजर नहीं आएँगे। वे माननीय होकर अमाननीयों जैसा अमर्यादित व्यवहार नहीं करेंगे। ये नेतागण सच्चे राष्ट्र-भक्त होंगे।

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ये मेरा सपना पर निबंध | My Dream Essay in Hindi

My Dream Essay in Hindi: हर व्यक्ति कुछ महत्वाकांक्षा होती है जैसे हम बच्चे थे तो हमें कई चीजों को देखकर रोमांचित हो उठते थे और बड़े होकर हम उन्हें प्राप्त करने की इच्छा रखते थे जैसे जैसे हम बड़े होते हैं वैसे वैसे कुछ सपने और आकांक्षाएं बरकरार रहती हैं और हम उन्हें प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं जीवन में एक सपना नक्शा रखना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि जब आप अपने जीवन में इसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे तभी आप इसे प्राप्त कर पाएंगे

ये मेरा सपना पर निबंध | My Dream Essay in Hindi

Table of Contents

मेरा सपना पर 100 शब्दों का निबंध :-

किसी ने सही ही कहा है यदि हम अपनी हार होने पर भी अपने सपने को पाने की जिद को कायम रखते हैं तो हम अपने जीवन में कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता मैंने भी अपने जीवन में कुछ करने का सपना देखा है

हालांकि मैं अभी अपने भविष्य का निर्णय लेने में पूरी तरह से असमर्थ हूं फिर भी मैं अपने जीवन में कुछ ऐसा करना चाहता हूं कि उससे शरीर का फायदा हो आज के समय में हमारे देश में हर तरह की समस्याएं बढ़ रही है चाहे वह भ्रष्टाचार हो या फिर गरीबी मेरा एक ही सपना है कि मैं इन समस्याओं को दूर करने में अपनी विशेष भूमिका रखूं

मेरा सपना पर 250 शब्दों का निबंध :-

मैंने एक सपना देखा पर निबंध यदि हमें अपने जीवन में कुछ करना है तो सपने देखना बहुत जरूरी है भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम में ही बच्चे से यही कहा था कि अपने जीवन में बड़े सपने देखो और बड़े व्यक्ति बनो मेरा सपना भी है कि मैं एक डॉक्टर बनो इस सपने को मैंने अपने अध्यापक जी को बताया और इसके लिए उनसे सलाह मांगी

मेरे अध्यापक जी ने मुझे इसके बारे में पूरी जानकारी दी मैं एक सफल डॉक्टर कैसे बने उन्होंने मुझे डॉक्टर के महत्व के बारे में विस्तार से बताया और कहा आज के समय में देश में बहुत बीमारियां बढ़ रही है इस समस्या को रोकने के लिए देश को अच्छे डॉक्टरों की बहुत ही ज्यादा जरूरत है

हर कोई बचपन से कुछ ना कुछ बनना चाहता है कोई इंजीनियर बनना चाहता है तो कोई वकील बनना चाहता है कोई टीचर बनना चाहता है तो कोई गायक बनना चाहता है कुछ बनने की इच्छा हर एक व्यक्ति में होती है लेकिन कुछ लोग अपने सपनों को पूरा कर पाते हैं तो कुछ लोग मात्र सपना देखते हैं लेकिन उसे पूरा करने की मेहनत नहीं करते कुछ लोग अपनी गरीबी के कारण अपने सपने पूरे नहीं कर पाते मेरा भी एक सपना है कि मैं डॉक्टर बनो हर कोई किसी उद्देश्य सपना देखता है मेरा भी डॉक्टर बनने का उद्देश्य है मैं गरीब और असहाय लोगों को मुफ्त में इलाज दे सकूं

आज के समय में दवाइयों के दाम बहुत ज्यादा बढ़ चुके हैं इलाज का भी पैसा बहुत ज्यादा लगता जिस कारण से लोग भयंकर बीमारियों से ग्रसित होने के बावजूद भी इलाज नहीं करवा पाते और अपनी उसी बीमारी के कारण मर जाते हैं लेकिन मैं चाहता हूं कि मैं डॉक्टर बन और उन लोगों की सेवा करो जो पैसे के अभाव के कारण अपना इलाज नहीं करवा पा रहे हैं

मेरा सपना पर 300 शब्दों का निबंध :-

बिना सपने के जीवन का कोई अर्थ नहीं है कोई व्यक्ति अपने सपने को हकीकत में बदल सके या ना सके लेकिन सपनों को हर कोई देखता है क्योंकि सपने देखने का अधिकार हर किसी को है सपने दो तरह के होते हैं एक तो नींद में देखा गया सपना जो आंख खोलने के बाद एक सपना ही रह जाता है दूसरा में सपना जो व्यक्ति को सोने नहीं देता कुछ सपनों को हकीकत करने के लिए कुछ व्यक्ति कुछ भी करने को तैयार हो जाता है

जब हम विद्यालय में पढ़ा करते थे अब अक्सर हमसे हर कोई यही पूछना था कि बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं उस समय तो मैं अक्सर जोश में आकर कभी बोल देता था इंजीनियर बनूंगा तो कभी बोल देता था कि पुलिस बनाऊंगा टेलीविजन में जो देखता था लगता था वही बनूंगा

जीवन में सपने व्यक्ति अपनी कुशलता के हिसाब से देखता है यदि कोई व्यक्ति गाने में माहिर है तो वह गायक बनना चाहता है कोई व्यक्ति नृत्य में कोई माहिर है तो वह नृत्य कार बनना चाहता है वही कोई कविता लिखने में माहिर है तुम्हें कभी बनना चाहता है

मेरे लक्ष्य तक पहुंचने में हो सकता है बहुत सी बाधाएं भी आएंगी लेते जीवन में ऐसा कोई भी सफल व्यक्ति नहीं हुआ जिसके लक्ष्य की राह पर बाधाएं ना आए हो लेकिन जो उन बाधाओं का सामना करते हुए सतत आपने राह पर चलते रहता है वहीं एक समय अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाता है

इसलिए मैं अक्सर अपने आप को प्रेरित करने की कोशिश करते रहता हूं ताकि कोई भी बाधा मुझे कमजोर ना कर सके और मैं अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सतत मेहनत कर सकूं

मेरा सपना पर 500 शब्दों का निबंध

प्रस्तावना :-.

सपने से बहुत सारे होते हैं उनसे ऐसा सपना जिसे पूरा करने के लिए आप पूरी तरीके से समर्पित हो जाओ वही तो एक अनोखा सपना होता है अन्य लोगों की तरह मेरा भी एक अनोखा सपना है मैं आईएएस अधिकारी बनना चाहता हूं बचपन से ही मैं समाज में सुधार लाने की इच्छा रखता था

जब भी मैं समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार समाज में व्याप्त कई कार्य की कुरीतियों एवं महिलाओं एवं गरीबों के ऊपर हो रहे शोषण के बारे में खबरों में सुनता था तो मुझे बहुत दुख होता था हमेशा ही सोचता था कि काश मेरे पास इतनी शक्ति होती थी मैं निस्सहाय लोगों की मदद कर सकता काश मैं गरीबों को भी सपने देखने के पंख दे पाता औरतों को जागृत कर पाता जो अपने आप को कमजोर समझते हैं और समाज की कुरीतियों के सामने घुटने टेक देती हो

आशावाद रहना :-

जब भी हम किसी काम को करते हैं तो उसके लिए हमें ऐसा मान रखना बहुत ही जरूरी होता है बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिनके सामने थोड़ी सी समस्या आती है तो हार मान लेते हैं फिर उनके मन में यह विचार आता है कि मैं यह नहीं कर सकता

इस समय आपको सिर्फ अपने सपनों पर ध्यान केंद्रित करना है ना कि निराश होना है क्योंकि आप अपने सपने देखते हैं तो उसे हासिल भी कर सकते हैं यह आपको खुद को याद दिलाना होगा कि मैं कर सकता हूं और पुनः कोशिश करें आप एक दिन जरूर अपने सपनों को हासिल करने में कामयाब होंगे

सकारात्मक वातावरण में रहे :-

आप हमेशा ऐसे ही लोगों के साथ रहे जो आपको एक सकारात्मक सोच लेते हैं जिनसे आपको कुछ सीखने के लिए मिलता हूं ऐसे लोगों से आपको अपने सपने पूरे करने में बहुत मदद मिलेगी और आपको हमेशा मोटिवेशन मिलता रहेगा आप ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखें जिनमें से नकारात्मकता भरी हो क्योंकि वह लोग हमेशा आपको Demotivate ही करेंगे आप जो भी काम करेंगे यह लोग आपको उसके बारे में बुरा ही कहेंगे

स्वास्थ्य और फिटनेस के लक्ष्य :-

मानव जीवन में स्वास्थ्य ही सबसे महत्वपूर्ण होता है जब हमारा स्वास्थ्य ठीक नहीं होगा तो हम कुछ भी नहीं कर पाते हैं हम स्वस्थ होंगे तो हमें रोज की दिनचर्या को समय पर पूरा कर पाएंगे हमें अपने स्वस्थ एवं सुखी जीवन जीने के लिए सपने देखने चाहिए सपने देखने से हमारा शरीर शांत हो जाता है शरीर में शांति बनी रहती है इसलिए सबसे पहले अपने स्वास्थ्य की देखभाल सबसे महत्वपूर्ण होती है

जीवन में कुछ बनने का लक्ष्य :-

हर किसी का अपना सपना उसे सफलता तक ले जाता है परंतु हर समय मेरी एक बात याद रखना, अपने लक्ष्य को पाने के लिए उस पूर्ण रुप से विश्वास होना जरूरी होता है

जब मैं 9 साल का था तो मैं लेखक बनना चाहता था तब छोटी सी आयु में मुझे कहानियां लिखना बहुत अच्छा लगता था मैं मेरी खाली समय में कहानियां लिखा करता था

तब से मेरे दिल में लेखक बनने का सपना जाग उठा मुझे अब केवल लेखक ही बनना है और लेखक बनकर मुझे किताब इच्छा अपनी है और कई बड़ी बड़ी कहानियां लिखनी है और देश के लिए कई सारी कविताएं भी लिखकर मुझे मेरा उद्धार करना है

मैंने खूब मेहनत की और आज मैं एक लेखक के रूप में विद्यमान हूं मेरी गणना आज शीर्ष लेखकों में की जाती है मैं लेखक के साथ अच्छा गायन भी करता हूं मैंने कई बार खुद कविताएं लिख कर गाई है मैं हर वार्षिक उत्सव में भाग लिया करता था

सपनों को हासिल करने के लिए अपनी कोशिश नहीं छोड़नी चाहिए अपने सपने को सच करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और जने जीवन का हिस्सा है उसे बिना घबराए पार करना चाहिए कभी-कभी लक्ष्य के समक्ष जब अतिरिक्त बाधा आ जाती है तो कुछ लोग हार मान लेते हैं यह उचित नहीं है अपने प्रेरणा को किसी भी हालात में कम नहीं होने देना चाहिए हमें स्वयं का आत्मविश्वास बढ़ाते रहना चाहिए ताकि अपने सपने को पूरा कर सके हमेशा सकारात्मक विचारों के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए निश्चित तौर पर मंजिल कदम चूमेगी

मेरा सपना क्या है?

मेरी रॉकेट साइंस के क्षेत्र में बहुत रुचि है मैं अभी इस विषय और रक्षा क्षेत्र के बारे में बढ़ता रहता हूं मेरा सपना स्वार्थ नहीं बल्कि देश प्रेम से भरा है मैं वैज्ञानिक बन कर अपने देश की रक्षा शक्ति को मजबूत करने में योगदान देना चाहता हूं

अपने सपने को कैसे जान सकता हूं?

अपने अवचेतन विचारों को रिकॉर्ड करने के लिए एक ड्रीम जनरल रखें जब भी आप एक सपने के बीच में जागते हैं तो लिखिए विक्की वास्तव में क्या हुआ फिर अगले दिन सपने का विश्लेषण करें और अपने अवचेतन मन से संकेतों और संकेतों को देखें

कौन सा सपना किसी को नहीं बताना चाहिए?

लाल फूलों का बगीचा या फिर प्रति से संबंधित कोई सपना देखना बहुत अच्छा माना जाता है यह सपना जीवन में बहुत खूब बड़ी खुशखबरी का संकेत देता है यह आने वाली आर्थिक समृद्धि की तरफ इशारा भी करता है अगर आपने भी ऐसा कोई सपना देखा है तो इसे दूसरों को ना बताएं वरना इसका प्रभाव कम हो जाएगा

कौन से सपने अशुभ होते हैं?

यदि आप बात है या फिर गंदा पानी देखते हैं तो यह सपना शुभ नहीं माना जाता है

इन्‍हें भी पढ़ें

  • शिक्षा पर निबंध
  • राष्ट्रीय ध्वज अंगीकरण दिवस पर निबंध
  • राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध

तो आप सभी को “ये मेरा सपना पर निबंध | My Dream Essay in Hindi ” के बारे में सारी जानकारी प्राप्‍त हो गई होगी। हमें पूरी उम्‍मीद हैं कि आपको यह जानकारी बहुत पसंद आयी होगी। अगर आपके कोई प्रश्‍न हो तो नीचे कमेंट करके जरूर पूछे और पोस्‍ट को अपने सोशल मीडिया और दोस्‍तों के साथ जरूर शेयर करें।

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध

Mere Sapno ka Bharat Par Nibandh : हमारा देश भारत जो पूरी तरह से संस्कृति और धर्म के नाम पर जाना जाता है। लेकिन भविष्य में हमारे देश की यह संस्कृति भविष्य में धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है। क्योंकि भारत देश मैं दिन प्रतिदिन टेक्नोलॉजी और समय का अभाव बढ़ता जा रहा है।

जिसकी वजह से लोग अपने धर्म पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रहे हैं और नहीं अपने आने वाली पीढ़ी को धर्म के बारे में सिखा रहे हैं। साथ ही साथ संस्कृति की बात करें तो भारत की पुरानी संस्कृति अब दिखाई नहीं दे रही है। भारत देश जिसे संस्कृति, जाति, पंथ, अलग-अलग धर्म और अलग-अलग भाषाओं के रूप में जाना जाता है। लेकिन भविष्य में भारत के अनोखे तथ्य खत्म होने वाले हैं।

मेरे सपनों का भारत (mere sapnon ka bharat) जिसमें आपको जातिवाद शिक्षा अलग-अलग प्रकार की कुर्तियां इत्यादि देखने को नहीं मिलेगी। लोगों को इस प्रकार की पुरानी परंपराओं से पूरी तरह से छुटकारा मिल जाएगा।

Mere sapno ka bharat par nibandh

हम यहां पर अलग-अलग शब्द सीमा में मेरे सपनों का भारत पर निबंध हिंदी में (mere sapno ka bharat essay in hindi) शेयर कर रहे हैं। यह निबन्ध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होगा।

Read Also:  हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध

मेरे सपनों का भारत पर निबंध | Mere Sapno ka Bharat Par Nibandh

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 100 शब्द (essay on india of my dreams in hindi).

देश को आजाद हुए काफी साल हो गए हैं। लेकिन अभी भी देश में कई प्रकार की ऐसी समस्याएं हैं, जो दूर नहीं हुई है। भविष्य में यह समस्याएं दूर हो सकती है। मेरे सपनों का भारत जिसमें शिक्षा प्राथमिक रूप से लड़की और लड़के दोनों के लिए अनिवार्य हो जाएगी। इससे देश में जागरूकता बढ़ेगी, भेदभाव कम होगा। हमारे सपनों का भारत जो पूरी तरह से डिजिटल तकनीकों पर चलने वाला है।

यहां पर महिलाओं को शिक्षा के साथ-साथ नौकरी में भी स्वतंत्रता मिलेगी। कहने का मतलब यह है कि नौकरी भी महिलाएं व पुरुष बेइज्जत कर पाएंगे। हमारे सपनों का भारत जिसमें शिक्षा में मुख्य रूप से बढ़ोतरी होगी और वर्तमान की सबसे बड़ी समस्या बढ़ती हुई जनसंख्या पर भी नियंत्रण हो पाएगा। देश में गरीबी और भुखमरी जैसी समस्याएं भी साधारण तौर पर कम हो जाएगी।

Mere Sapno ka Bharat Par Nibandh

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध 150 शब्द (Mere Sapno ka Bharat Essay in Hindi)

आज के समय में देश कई प्रकार की समस्याओं से जूझ रहा है। लेकिन भविष्य में व्यक्ति इन सभी समस्याओं से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा। वर्तमान में मुख्य रूप से जो समस्याएं देखने को मिलती है, उसमें शिक्षा महिला जागरूकता इत्यादि है।

इसके अलावा वर्तमान में दहेज प्रथा महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार यह समस्याएं भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। हालांकि इन समस्याओं को लेकर समाज के लोग काफी जागरूक तो हुए हैं।

मेरे सपनों के भारत में महिलाएं स्वतंत्र रूप से अपना जीवन जी सके। महिलाओं को सम्मान और स्वतंत्रता मिलेगी। साथ ही साथ महिलाएं पुरुषों के बराबर कंधे से कंधा मिलाकर नौकरी पर जा सकेगी। जब महिलाएं स्वतंत्र होगी तो उन पर होने वाले अत्याचार भी कई हद तक कम हो जाएंगे। या ऐसा कह सकते हैं कि मेरे सपनों के भारत में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार भी खत्म होने वाले हैं।

Mere Sapno ka Bharat Par Nibandh

2047 में मेरे सपनों का भारत निबंध 200 शब्द (Mere Sapnon ka Bharat Nibandh)

भारत को आजादी मिले कई साल हो चुके है। लेकिन कई ऐसी गंभीर समस्याएँ है, जो ऐसे ही बनी हुई है, जिसमें बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, गरीबी और निरक्षरता मुख्य है। मेरी दृष्टि में 2047 का भारत ऐसा भारत होना चाहिए, जिसमें ये सभी मूल समस्याएँ पूर्ण रूप से समाप्त हो जाये, जिससे देश के विकास में और तेजी आ जाएगी।

२०४७ का भारत ऐसा भारत हो, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति शिक्षित हो, कोई भी अशिक्षित नहीं हो। क्योंकि एक विकाशील देश में शिक्षित व्यक्ति सबसे महत्वपूर्ण है। यदि व्यक्ति शिक्षित होगा तो आधी समस्याएँ तो ऐसे ही दूर हो जाएगी।

यदि देश के युवा के पास रोजगार नहीं है तो वह देश विकाशील नहीं कहलायेगा। 2047 में मेरे सपनों का भारत ऐसा हो कि सभी के पास अपना रोजगार हो, सभी अपने परिवार का लालन-पोषण अच्छे से कर पाएं और कोई भी कुपोषण का शिकार नहीं हो। देश में सभी युवा रोजगार युक्त होंगे तो गरीबी भी दूर हो जाएगी।

भ्रष्टाचार भारत की मूल समस्याओं में से एक है। यदि यह समस्या समाप्त हो जाये तो भारत का विकास बहुत तेजी पकड़ लेगा। मेरी दृष्टि में 2047 का भारत (2047 me bharat) ऐसा भारत होगा, जिसमें भ्रष्टाचार का नाम भी नहीं होगा और मजबूत और कठोर कानून बनेंगे, जिससे भ्रष्टाचार करने वाले पहले सोचने लगेगा।

Mere Sapno ka Bharat Par Nibandh

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 250 शब्द (2047 mein bharat ke liye meri drishti)

हमारा भारत देश एक ऐसा देश जहाँ पर हर धर्म और समुदाय के लोग रहते हैं। हमारे देश में रहने वाले लोग हर धर्म का सम्मान करते हैं और हर धर्म को पसंद करते हैं। सब लोग एक दुसरे के धर्म का सम्मान करते हैं। मेरे सपनों का भारत भी कुछ ऐसा ही होना चाहिए। 

लोग एक दुसरे का सम्मान करे और एक दुसरे के धर्म का सम्मान करे ऐसा ही कुछ मैं मेरे सपनों के भारत के बारे में चाह्ता हूँ । देश में कई समुदाय के लोग रहते हैं। मैं चाहता हूँ की वो सब मिलजुल कर रहे। देश में रहने वाला हर एक नागरिक देश के प्रति समर्पित होना चाहिए। 

मेरे देश में रहने वाला नागरिक चाहे वो किसी भी धर्म, जाति या समुदाय का हो, सब के दिल में राष्ट्रवाद और राष्ट्रभावना होनी चाहिए। देश में रहने वाले सभी नागरिक एक दुसरे का सम्मान करे और देश में साम्प्रदायिकता और धर्मनिरपेक्षता रखें। 

हमारे देश का विकास भी जरुरी हैं। मैं चाहता हूँ की मेरे देश के लोग देश के विकास में सहयोग प्रदान करे और देश को आन्तरिक सुरक्षा के लिए मजबूती प्रदान करे। देश में रहने वाले हरेक नागरिक के मन में देश पेम और देश के प्रति समर्पण की भावना होनी चाहिए। 

वर्तमान समय में देश में लोग जाति और धर्म के नाम पर लड़ते है । उसका फायदा देश के कुछ नेता उठाते है। हम इस बात को मानते हैं की अपना धर्म सबसे पहले आता है, पर उससे पहले हमारा देश हमारे लिए सबसे पहले आता है। देश में सब समान भाव रखे। जय हिन्द। 

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 300 शब्द (india of my dreams essay 300 words)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा भारत बनना चाहिए, जो वर्तमान से अधिक गति के साथ विकास और तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़े और जल्द से जल्द मेरे सपनों का भारत विकसित देशों की सूची में शामिल हो सके।

हम दिन प्रतिदिन अपने देश में विभिन्न प्रकार की तकनीकी को बढ़ता हुआ देख रहे हैं। लेकिन भविष्य में यह तकनीकी और अधिक तीव्र गति से बढ़नी चाहिए। तब ही देश विकसित देशों की सूची में शामिल हो पाएगा।

मेरे सपनों का भारत की विशेष बातें

मैं अपने सपनों का भारत पूरी तरह से शिक्षित देखना चाहता हूं। इसका मतलब यह है कि देश का हर नागरिक पूरी तरह से शिक्षित हो। चाहे वह पुरुष हो या महिला विशेष शिक्षा प्राथमिक रूप से मिलनी ही चाहिए। शिक्षा लेना हर भारतीय नागरिक का प्रथम मूल अधिकार होना चाहिए। हमारा देश भारत जिसके सभी नागरिक यदि शिक्षित बन जाएंगे। तब देश की तकनीकी देश का विज्ञान क्षेत्र और देश का उद्योग क्षेत्र भी बढ़ना शुरू हो जाएगा।

व्यक्ति यदि शिक्षित होगा तो वह अपने देश के बारे में सही सोच पाएगा और अपने देश को आगे बढ़ाने तथा राष्ट्र की ताकत के बारे में सोच सकेगा। देश में जब शिक्षा और पुरुष व महिलाओं के प्रति भेदभाव खत्म हो जाएगा तो जनसंख्या नियंत्रण भी आसानी से हो पाएगा।

वर्तमान में देश में जो भ्रष्टाचार व कालाबाजारी चल रही है, वह सभी मेरे सपनों के भारत में खत्म होने वाली है। जो भ्रष्टाचार लोग राजनेता या अन्य किसी शक्ति के नाम पर देश में फैलाए जा रहे हैं। इन सभी का नाश मेरे सपनों के भारत में होने वाला है। मेरे सपनों के भारत में कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यक्ति के दबाव में नहीं जियेगा। मेरे सपनों का भारत विश्व का सर्वश्रेष्ठ और समृद्ध देश बनेगा।

सपनों के भारत में कुरीतियां दूर होगी

आज के समय में कई ऐसे शांति भंग करने वाले लोग हैं, जो राजनेताओं या अन्य किसी शक्ति के नाम पर दूसरे लोगों पर दबाव बना रहे हैं। इसके अलावा देश में कई सरकारी कर्मचारी ऐसे भी हैं, जो रिश्वत लेकर काम करते हैं बिना रिश्वत के काम नहीं करते हैं, उन सभी का अंत मेरे सपनों के भारत में देखने को मिलेगा।

देश का कोई भी सरकारी कर्मचारी रिश्वत के नाम पर देश में भ्रष्टाचार फैलाना तो दूर की बात इसके बारे में सोच भी नहीं पाएगा। मेरा देश दिन प्रतिदिन प्रगति कर रहा है। मेरे देश में जो समस्याएं वर्तमान में है। वह सभी समस्याएं मेरे सपनों के भारत में देखने को बिल्कुल नहीं मिलेगी।

वर्तमान में मेरे सपनों के भारत की सैन्य शक्ति भी बढ़नी शुरू हो गई है। भविष्य में देश की सेना की ताकत इतनी बढ़ जाएगी कि अन्य कोई भी देश मेरे देश के साथ युद्ध करने या युद्ध के लिए प्लानिंग बनाने से पहले हजार बार सोचेगा। मेरे देश में अनुशासन शांति और प्रशंसा भविष्य में बनी रहेगी।

जातिवाद और क्षेत्रवाद की भावना पूरी तरह से देश में से खत्म हो जाएगी। सपनों का भारत जो पूरी तरह से अपने आप को आजाद महसूस करेगा और देश में भाईचारे और आजादी का माहौल बना रहेगा।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 500 शब्द (Mere Sapnon ka Bharat Per Nibandh)

हमारा देश भारत जो पूरी तरह से बहु सांस्कृतिक बहु धार्मिक और बहुभाषी देश है, जहां पर धर्म और जाति के नाम पर कई प्रकार के भेदभाव वर्तमान में देखने को मिल रहे हैं। देश की प्रगति भी वर्तमान में स्थित है।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा भारत बनना चाहिए, जहां हर तरफ विकास की रफ्तार तेजी से बढ़ती हुई दिखे। ताकि देश जल्द से जल्द विकसित देशों की सूची में शामिल हो सके।

मेरे सपनों का भारत कैसे बनेगा जिसके लिए ध्यान देने योग्य जरूरी बातें

जाति और धर्म का भेदभाव

आज के समय में देश में जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव बहुत ज्यादा है। हालांकि पिछले जमाने से यह भेदभाव थोड़ा कम हुआ है। लेकिन भविष्य में यह भेदभाव जो जाति और धर्म के नाम पर वर्तमान में चल रहा है, वह पूरी तरह से खत्म होगा और जाति और धर्म के मुद्दों को किनारे रखते हुए लोग साथ मिलकर काम करेंगे तो राष्ट्र की प्रगति का एक महत्वपूर्ण योगदान देश को मिलेगा।

शिक्षा और जागरूकता

हमारा देश आज भी अन्य देशों के मुकाबले शिक्षा के मामले में काफी ज्यादा पिछड़ा हुआ है। यदि आप अपने सपनों का भारत देखना चाहते हैं तो आपको भी शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने होगी और देश का हर नागरिक शिक्षित बने इसके लिए अपना मु्ख्य योगदान देना होगा।

देश में शिक्षा हासिल करना हर नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्ति ही राष्ट्र के विकास को आगे बढ़ा पाएंगे। यदि देश में हर व्यक्ति शिक्षित होगा तो देश के विकास को कोई भी नहीं रोक पाएगा।

आज के समय में देश में भ्रष्टाचार बहुत अधिक है और यह भ्रष्टाचार दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। भ्रष्टाचार बढ़ने की वजह यह है कि देश में कई ऐसे अपवाद हैं, जो अपने स्वार्थ के लिए देश में भ्रष्टाचार फैला रहे हैं। लेकिन मेरे सपनों का भारत पूरी तरह से भ्रष्टाचार मुक्त होगा।

आज के  समय में सरकार सिर्फ अपने स्वार्थ के बारे में सोचती है। लेकिन मेरे सपनों के भारत जिसमें सरकार ही लोगों की भलाई का एकमात्र एजेंडा के रूप में कार्य करेगी।

लिंग भेदभाव और महिलाओं पर होने वाले अत्याचार

देश में आज भी लिंग भेदभाव को लेकर हजारों लोग दुखी है। देश में यह लिंग भेदभाव की पुरानी कुप्रथा अभी भी खत्म नहीं हुई है। देश में पुरुषों को महिलाओं के मुकाबले अत्यधिक स्वतंत्रता और प्यार मिलता है। लेकिन देश का हर नागरिक चाहे महिला हो या पुरुष सभी को स्वतंत्रता के साथ जीने का अधिकार है।

मेरे सपनों के भारत में महिलाओं को और पुरुषों को बराबर समझा जाएगा। नौकरी के क्षेत्र में भी पुरुष और महिलाएं दोनों कंधे से कंधा मिलाकर काम कर पाएंगे और लिंग भेदभाव पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।

विज्ञान, तकनीकी और औद्योगिक विकास

ऐसा कहा जा रहा है कि भारत वर्तमान में विज्ञान की तकनीकी में काफी आगे बढ़ रहा है। लेकिन अन्य देशों के मुकाबले आज भी हमारा देश विज्ञान औद्योगिक और तकनीकी मामले में काफी पीछे हैं। मेरे सपनों का भारत जिसमें विज्ञान औद्योगिक और तकनीकी विकास बढ़ेगा, जिससे देश विकसित देशों की सूची में आएगा।

2047 में मेरे सपनों का भारत निबंध 500 शब्द (2047 mein mere sapnon ka bharat)

एक समय था जब भारत को सोने की चिड़िया के नाम से पुकारा जाता था। परंतु बाद में अंग्रेजों की गुलामी में भारत पूरी तरह से खोखला हो गया। कई सालों की गुलामी के पश्चात 1947 में भारत अंग्रेजों की गुलामी से स्वतंत्र हुआ। लेकिन गुलामी से स्वतंत्र होने के पश्चात भारत के विकास की राह में कई प्रकार की अड़चन भी आई।

हालांकि वर्तमान में भारत की अर्थव्यवस्था और भारत का विकास दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और भविष्य में हम और अधिक उम्मीद अपने देश से कर सकते हैं।

सपनों के भारत में क्या देखने को मिलेगा

2047 अपने सपनों का भारत की अगर हम बात करें तो हमारा भारत आजादी के 100 साल बाद पूरी तरह से बदलने वाला है। हमारे भारत में टेक्नोलॉजी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और साल 2047 तक भारत पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर आधारित देश बन जाएगा।

वर्तमान में महिलाओं की शिक्षा को लेकर कई प्रकार की जागरूकता देश भर में फैल रही है। ऐसे कह सकते हैं कि महिला शिक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। 30 से 40 फ़ीसदी लोग आज भी महिला शिक्षा के लिए जागरूक है। लेकिन अपने सपनों के भारत में हर महिला शिक्षित होगी। महिला और पुरुष में होने वाले भेदभाव को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।

2047 तक देश में जातिवाद जैसी समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। जातिवाद जब भारत आजाद हुआ था तब गई हद तक बहुत ज्यादा था। इसके अलावा कई प्रकार की कुप्रथा है। जैसे दहेज प्रथा सती प्रथा इत्यादि भी चल रही थी लेकिन धीरे-धीरे सती प्रथा पूरी तरह से खत्म हो गई है। दहेज प्रथा भी धीरे-धीरे कम होती जा रही है। अथवा 2047 तक हमारा भारत पूरी तरह से जातिवाद जैसी समस्या से छुटकारा पा लेगा।

शिक्षा के क्षेत्र में भी पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा। भेदभाव शिक्षा के प्रति दूर हो जाएगा। वर्तमान में भी 30 से 40 फ़ीसदी लोग शिक्षा को लेकर काफी ज्यादा जागरूक हो चुके हैं। लेकिन 2047 तक भारत में कोई भी अशिक्षित व्यक्ति नहीं रहेगा।

अर्थव्यवस्था

पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी काम करने का मौका मिलेगा महिलाओं और पुरुषों में नौकरी को लेकर कोई भी भेदभाव व समानता नहीं रहेगी।

2047 हमारे भारत की अर्थव्यवस्था बहुत ज्यादा मजबूत होने वाली है। हमारा देश दिन प्रतिदिन अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के पीछे लगा हुआ है। सपनों का भारत मजबूत अर्थव्यवस्था के साथ विकसित भारत कहलाएगा।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 600 शब्दों में (Mere Sapno ka Bharat Nibandh)

हमारे देश भारत को 1947 में आजादी मिली है और सपनों का भारत 2047 तक पूरी तरह से विकसित देश बन जाएगा। मेरे सपनों का भारत आने वाले कुछ ही सालों में बनकर तैयार हो जाएगा। सपनों का भारत विकसित देशों की सूची में शामिल हो जाएगा।

देश में हर सुख सुविधा उपलब्ध होगी। देश का विकास हर क्षेत्र में जैसे: हॉस्पिटल और विज्ञान के क्षेत्र में, मिलिट्री और आर्मी के क्षेत्र में, बेरोजगारी और स्वच्छता के क्षेत्र में देखने को मिलेगा।

मेरे सपनों का भारत कैसा होगा?

आजादी के 100 साल बाद मेरे सपनों का भारत पूरी तरह से विकसित देश होगा। जिस प्रकार के आज अमेरिका, रूस और जापान देश जहां हर प्रकार की टेक्नोलॉजी उपलब्ध हैं, उसी प्रकार से मेरे सपनों के भारत में भी वह सारी टेक्नोलॉजी और सुख सुविधाएं मौजूद होगी। मेरे सपनों की भारत में जातिवाद कई कुरीतियां दूर होगी और पूरी तरह से शिक्षित देश बनेगा।

भारत को मेरे सपनों का भारत बनाने के लिए क्या बदलाव जरूरी है?

आज के समय में भारत में विकास तो दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। लेकिन कई क्षेत्रों में शिक्षा की कमी है तो कहीं पर जातिवाद का कीड़ा अभी भी लोगों के दिमाग में चल रहा है। कई क्षेत्र कई प्रकार की कुरीतियों से पीड़ित है तो कहीं पर भेदभाव और महिला शिक्षा के लिए ज्ञान का अभाव है।

जातिवाद दूर होना चाहिए

मेरे सपनों का भारत जहां पर जातिवाद पूरी तरह से नष्ट हो हर जाती के व्यक्ति को समान समझा जाए और हर व्यक्ति को समानता का अधिकार मिले, जिससे देश के विकास में प्रगति देखने को मिलेगी। सब साथ मिलकर देश के विकास में सहयोग करेंगे और जल्द मेरा सपनों का भारत पूरी तरह से विकसित हो जाएगा।

महिला शिक्षा और महिलाओं को नौकरी का अवसर मिलना चाहिए

महिला शिक्षा को बढ़ावा मिलना चाहिए। आज के समय में महिला शिक्षा और महिलाओं को नौकरी मिलना काफी अचंभित बात मानी जाती है। महिलाओं को शिक्षा कम मिलती है और नौकरी करने के लिए घर वाले मना कर देते हैं। जब पुरुषों के साथ साथ महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर नौकरी करेगी तो बेरोजगारी कम होगी और देश की विकास की डोर तेजी से आगे बढ़ेगी।

साक्षरता दर और लिंगानुपात दर संतुलित होनी चाहिए

मैं अपने सपनों के भारत में साक्षरता दर और लिंगानुपात की कमियां सुधारना चाहता हूं। क्योंकि इन दोनों मुद्दों के सुधर जाने से मेरे सपनों के भारत का स्वरूप पूरी तरह से बदल जाएगा। हर व्यक्ति साक्षर होगा तो देश के विकास में भी अपनी भूमिका निभाएगा।

विज्ञान और उद्योग के क्षेत्र में ओर अधिक विकास की जरूरत है

मेरे सपनों के भारत में मैं विज्ञान और उद्योग के विकास को देखना चाहता हूं। विज्ञान के क्षेत्र में आज हमारा देश काफी प्रगति कर रहा है। लेकिन अमेरिका जैसे देश से थोड़ा पीछे है तो मैं अपने सपनों के भारत में विज्ञान का क्षेत्र पूरी तरह से विकसित देख पाऊंगा और औद्योगिक विकास भी आज के समय में बढ़ रहा है। हमारे देश में हर वस्तु का उत्पादन जरूरी है, जिससे देश से वस्तुओं के निर्यात की दर में बढ़ोतरी होगी और विकास में भी बढ़ोतरी होगी।

आजादी के बाद आज देश काफी ऊंचाइयों तक पहुंचा है। लेकिन मेरे सपनों का भारत एक ऐसा महान देश होगा, जहां हर क्षेत्र में विकास देखने को मिलेगा। पूरी तरह से शिक्षित होगा समृद्ध होगा और आर्थिक रूप से मजबूत होगा।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध (800 शब्द) 

मेरे सपनों के भारत के बारे में हर समय यही सोचता हूँ की मेरे सपनों का भारत कैसा होना चाहिए। मेरे देश में सभी धर्म और समुदाय के लोग रहते है। हम भारत में रहने वाले सभी लोग किसी न किसी धर्म से संबंधित है। मेरे देश में रहने वाले लोग अगर सब धर्मो का सम्मान करे और सब अपने अपने धर्म के अलावा अन्य धर्मो का भी सम्मान करे और उनके प्रति सम्मान की भावना रखें, यही मेरा सपना है।

मैं सबसे पहले देश के नागरिको में एक दुसरे के प्रति सम्मान और समानता की भाव देखना चाहता हूँ।मेरा देश एक लोकतान्त्रिक देश हैं यानी मेरे देश में रहने वाले सभी नागरिको को राजनीतिक से सम्बंधित समान अधिकार पाप्त है। इस देश में रहने वाले हरेक नागरिक को हर क्षेत्र में समान अधिकार मिले है, फिर चाहे वो खेल का क्षेत्र हो या शिक्षा का, राजनीति का हो या व्यापार का। मैं चाहता हूँ कि आगे भी सबको समान अधिकार प्राप्त हो।

मेरे सपनों का भारत हो विकसित देश 

मेरा एक ही सबसे बड़ा सपना हैं की मेरे सपनों का भारत एक विकसित देश बने। मेरा देश भी अमेरिका और चीन की तरह तरक्की करे और यहाँ हर वो जरुरी सुविधाएं हो, जो एक विकसित देश में होती हैं। वर्तमान में हमारा देश एक विकासशील देश हैं।

हमारा देश काफी तेजी से विकास की और अग्रसर हैं। मेडिकल और शिक्षा सुविधा अब पहले से काफी बेहतर हैं। वर्तमान में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए ही इस देश को विश्व में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता हैं।

घूमने फिरने के लिए भी हमारे देश में काफी कुछ हैं, जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं और यहाँ की खूबसूरती का आनंद लेते है। देश में बढ़ते टूरिज्म से ही हमारे देश की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार दिखने लगा है।

मेरा सपना हैं कि मेरे सपनों का भारत एक खूबसूरत भारत बने, जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से आये और मेरे देश की पहचान विश्व में एक विशेष रूप में हो। मेरा सपना यही है भारत एक विशिष्ठ भारत हो।

इन क्षेत्रो में विकसित हो मेरा देश 

मेरे सपनों का भारत कुछ इन क्षेत्रो में अपना विकास करेगा तो देश को नयी राह और पहचान मिलेगी। मेरा सपना हैं कि मेरा देश निम्न कुछ क्षेत्रो में विकासशील से विकसित देश बने।

  • शिक्षा: मेरी एक यह उम्मीद हैं की मेरे देश में शिक्षा का विकास अच्छे से और खूब एडवांस तरीके से हो। हम अक्सर देखते हैं देश से छात्र पढाई करने के लिए देश के बाहर जाते हैं और वहां से पढाई करते हैं। पढाई चाहे मेडिकल से हो या व्यवसाय प्रबंधन से सम्बंधित। छात्र पढाई करने के लिए बाहर जाते हैं। मेडिकल जैसी सुविधा के लिए देश में शिक्षा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके साथ तकनिकी शिक्षा में भी मेरा देश सब से आगे और विकसित होना चाहिए।
  • मेडिकल: मेरे सपनों के भारत में मेडिकल शिक्षा भी है, जिसके लिए में चाहता हूँ की देश में इससे जुड़े विकास भी हो। देश में वर्तमान में मेडिकल की सुविधा काफी अच्छी हैं। परन्तु फिर भी में इस बात की उम्मीद करता हूँ कि देश की मेडिकल सुविधा भी सुद्रढ़ हो और यह सुनिच्चित हो कि देश में मेडिकल से जुडी कोई समस्या ना हो।
  • उद्योग: मेरे सपनों के भारत में उद्योग का विकास भी आता हैं। देश में छोटे-बड़े उद्योगों का विकास भी काफी अच्छा हैं परन्तु जरुरत हैं उन्हें एक स्तर पर बढ़ावा देने की। देश में उद्योगों का विकास भी जरुरी हैं।

मेरे सपनों के भारत मैं यह सभी बिन्दुओं के बारे में सोचता हूँ। यह सभी सुविधाएं होगी तब बनेगा मेरे सपनों का महान भारत।

मेरा बचपन से यही सपना रहा है कि मेरे सपनों का भारत एक महान भारत हो और विश्व में मेरे भारत की अलग पहचान हो। मेरे सपनों का भारत जल्द ही महान बने इसके लिए हम प्रार्थना करते हैं।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 1000 शब्द

जब भारत देश आजाद हुआ तब देश काफी पिछड़ा हुआ था। लेकिन वर्तमान में हमारा देश भारत जहां विकास देखने को मिल रहा है। हमारा देश जो संस्कृति धर्म जातिवाद और क्षेत्रवाद के नाम पर मुख्य रूप से जाना जाता है। लेकिन हमारा सपनों का भारत एक ऐसा देश बनेगा, जहां पर जातिवाद और क्षेत्रवाद बिल्कुल खत्म हो जाएंगे। देश में पूरी तरह से शांतिऔर भाईचारे के रूप में स्वतंत्रता के साथ हर नागरिक अपना जीवन यापन करेगा।

मेरे सपनों के भारत को लेकर कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

1. महिला सशक्तिकरण

वर्तमान में देश में महिलाओं को पूरी तरह से पिछड़ा हुआ माना जाता है। महिलाओं को कमजोर समझा जाता है। देश में महिलाओं के साथ कई प्रकार के अत्याचार भी हो रहे हैं। दिन प्रतिदिन देश में महिलाओं के साथ अत्याचार और घिनौनी हरकते बढ़ती जा रही है। मेरे सपनों का भारत जहां पर महिला सशक्तिकरण को मुख्य रूप से बढ़ावा दिया जाएगा।

महिला सशक्तिकरण के माध्यम से महिलाओं को हर प्रकार की स्वतंत्रता मिलेगी। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे। महिलाओं को हर क्षेत्र में पुरुषों के मुकाबले स्वतंत्रता के साथ काम करने की भी अनुमति मिलेगी।

देश की हर महिला शिक्षित होगी, हमारे देश की महिलाओं पर जो अत्याचार वर्तमान में हो रहे हैं। महिलाएं उन सभी अत्याचारों और समस्याओं से मुक्त होकर मेरे सपनों के भारत में अपना जीवन यापन कर पाएगी। मेरे सपनों का भारत महिलाओं की आजादी को लेकर पूरी तरह से महिलाओं के पक्ष में होगा।महिलाएं देश में अपने आप को सुरक्षित महसूस करेगी।

2. शिक्षा और रोजगार के नए अवसर

देश में शिक्षा आज भी कई हद तक कम है। अन्य देशों के मुकाबले हमारा देश भारत शिक्षा के मामले में बहुत ज्यादा पीछे हैं। देश में साक्षरता दर भी काफी कम है। मेरे सपनों का भारत पूरी तरह से साक्षर देश होगा। यहां पर देश का हर नागरिक पूरी तरह से शिक्षित होगा।

देश मैं पुरुष और महिलाएं सभी को शिक्षा का अधिकार होगा जब देश में साक्षरता दर बढ़ेगी। तो देश की विकास की प्रगति भी बढ़ जाएगी। देश में विकास बढ़ने पर रोजगार के नए अवसर लोगों को प्राप्त होंगे। मेरे सपनों का भारत जहां पर कोई भी व्यक्ति बेरोजगार नहीं रहेगा।

लोगों को रोजगार के नए नए अवसर मिलते रहेंगे जब देश में शिक्षा बढ़ेगी तो देश की तकनीकी में भी विकास होगा और देश के विज्ञान और औद्योगिक क्षेत्र में भी मुख्य रूप से विकास होगा। देश में शिक्षा बढ़ने के बाद ही देश विकसित देशों की सूची में आ पाएगा। अन्यथा देश को विकसित देशों की सूची में लाना काफी मुश्किल होगा। मेरे सपनों का भारत जो विकसित देशों की सूची में आने वाला एक सर्वश्रेष्ठ देश बनेगा।

3. जाति भेदभाव और धर्म भेदभाव

आज के समय में हमारा देश जाति और धर्म के नाम पर होने वाले भेदभाव से जूझ रहा है। देश में जाति भेदभाव और धर्म भेदभाव को लेकर कई प्रकार के दंगे भी हो रहे हैं। लोग शिक्षा के अभाव की वजह से जाति और धर्म के नाम पर एक दूसरे लोगों से भेदभाव किए जा रहे हैं लेकिन हर मनुष्य समान है। देश में हर व्यक्ति को समानता के साथ जीने का अधिकार है।

यह बात व्यक्ति तब समझ पाएगा जब व्यक्ति खुद शिक्षित होगा। देश में जाति और धर्म के नाम पर होने वाला यह भेदभाव मेरे सपनों के भारत में बिल्कुल भी देखने को नहीं मिलेगा। मेरे सपनों का भारत पूरी तरह से शिक्षित होगा तो जाति और धर्म भेदभाव अभी पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।

4. भ्रष्टाचार

हमारा देश भारत वर्तमान में भ्रष्टाचार जैसी मुख्य समस्या से जूझ रहा है देश में भ्रष्टाचार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। भ्रष्टाचार की वजह से देश में कई लोग गुलामी के साथ अपना जीवन यापन कर रहे हैं। देश में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने मैं तुले हुए हैं।

देश के सरकारी कर्मचारी जो अपना काम रिश्वत लेकर करते हैं। लोगों से रिश्वत लेकर हर काम को अंजाम दे रहे हैं। देश में राजद नेता और अन्य लोगों के नाम पर भी भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। राजनेता के नाम पर लोग अन्य लोगों पर दबाव भी बना रहे हैं। हमारे सपनों का भारत जहां पर भ्रष्टाचार पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। हमारा देश भ्रष्टाचार मुक्त देश कहलाएगा।

5. विज्ञान तकनीकी और औद्योगिक विकास

जब भारत देश का हर नागरिक शिक्षित होगा तो देश में विज्ञान के क्षेत्र में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, विज्ञान के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन नए-नए विकास और नई वस्तुओं का निर्माण होगा। जो देश की तकनीकी को बढ़ाने में भी सहायक होगा। देश की तकनीकी बढ़ने पर देश को आसानी से विकसित देशों की सूची में लाया जाएगा।

औद्योगिक विकास भी हमारे सपनों के भारत में बहुत ही जरूरी है। क्योंकि औद्योगिक विकास के माध्यम से व्यक्ति अपने जरूरत की हर वस्तु को अपने ही देश में उत्पादित होना देखना चाहता है। औद्योगिक विकास को बढ़ावा देकर हर प्रकार की वस्तु को देश में ही उत्पादित किया जाएगा।

मेरे सपनों का भारत जहां अन्य देशों से वस्तुओं को आयात करने की बजाय देश से वस्तुओं को अन्य देशों में निर्यात किया जाएगा।

हमारा देश भारत जो प्राचीन समय में संस्कृति और धर्म के नाम पर काफी लोकप्रिय हुआ करता था। वर्तमान में भी जाति धर्म के मामले में भारत अन्य देशों के मुकाबले काफी हद तक पूरी तरह से अलग है। मैं अपने सपनों का भारत इस प्रकार से देखना चाहता हूं, जहां पर हर लोग शिक्षित हो देश का हर देशवासी शिक्षा ग्रहण कर सके और देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकें।

देश ने जब सभी लोग शिक्षित होंगे तब ही देश आगे बढ़ पाएगा अन्यथा देश का आगे बढ़ना या ऐसे कह सकते हैं कि देश का प्रगति करना काफी मुश्किल है। जब देश का हर नागरिक शिक्षित होगा तो देश की तकनीकी में उन्नति होगी। देश में विकास देखने को मिलेगा और भारत के बेरोजगार लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।

मैं अपने सपनों का भारत ऐसा देखना चाहता हूं, जहां पर हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह से जागरूक हो। हमारा देश समृद्ध और खुशहाल होने के साथ-साथ पूरी तरह से स्वस्थ और स्वच्छ भी हो आज के समय में भी हमारे देश का विज्ञान और तकनीक अन्य देशों के मुकाबले बहुत पीछे हैं।

मैं अपने सपनों के भारत में देश की विज्ञान पद्धति उद्योग क्षेत्र और तकनीकी को बढ़ता हुआ देखना चाहता हूं। साथ ही साथ हर व्यक्ति अपने सपनों का भारत जिसमें यह उम्मीद करता है कि जिस वस्तु की जरूरत हो वह वस्तु अपने देश में ही उत्पादित होनी चाहिए।

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राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध

राष्ट्रवाद पर निबंध

स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान पर निबंध

आत्मनिर्भर भारत पर निबंध

अभिव्यक्ति की आजादी पर निबंध

Rahul Singh Tanwar

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Comments (2).

THANK YOU FOR THIS NIBANDH. THIS NIBANDH IS IMPORTANT FOR MY SCHOOL FILE PROJECT AND FOR A GOOD SPEACH THANK YOU SO MUCH

Thank you ?❤️? for this nibandh It is ver important nibhandh for my exam thank you ?❤️ thank you so much

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ESSAY KI DUNIYA

HINDI ESSAYS & TOPICS

Essay on India of My Dreams in Hindi – मेरे सपनों का भारत पर निबंध

October 5, 2017 by essaykiduniya

यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में मेरे सपनों का भारत पर निबंध मिलेगा। Short and Long Essay on ( Mere Sapno ka Bharat Essay in Hindi ) Essay on India of My Dreams in Hindi Language for School Students of all Classes in 500, 600 and 1000 Words.

Essay on India of My Dreams in Hindi – मेरे सपनों का भारत पर निबंध

मेरे सपनों का भारत

“जहां मन भय के बिना है और सिर उच्च आयोजित किया जाता है;

जहां ज्ञान मुक्त है;

कहाँ दुनिया में टूट गया नहीं है

संकीर्ण घरेलू दीवारों के टुकड़े;

जहां शब्द सत्य की गहराई से निकलते हैं;

जहां अथक प्रयासों का विस्तार इसकी

पूर्णता के लिए शस्त्र

उस आजादी के स्वर्ग में, मेरा

पिताजी, मेरे देश को जागते रहें “

Essay on India of My Dreams in Hindi – मेरे सपनों का भारत पर निबंध ( 500 Words )   

एक समय था जब भारत दुनिया के प्रमुख देशों में से एक था। भारतीय तट से ज्ञान और व्यापार हासिल करने के लिए विद्वान और व्यापारिक दूर-दूर तक से आए। नालंदा और तक्षशिला के शहर अपने विश्वविद्यालयों के लिए प्रसिद्ध थे इस अवधि के दौरान भारत ने गणित, दर्शन, चिकित्सा और कला में प्रगति की थी। आर्य भट्ट, चरक, सुश्रुत, चाणक्य आदि ने भारत को देश के बाद सबसे ज्यादा पसंद किया था।

essay on dreams in hindi

फिर विदेशी भूमि से आक्रमणकारियों आए सोने की अपनी महान संपत्ति के कारण उन्हें 10 भारत आकर्षित हुए थे और उनके साथ उन सभी भारतीय विद्वानों और व्यापारियों के विनाश आया जो सदियों से हासिल हुए थे। जो भी बने रहे वह ब्रिटिश शासन द्वारा व्यवस्थित रूप से नष्ट हो गया था। उनके दो सौ साल के शासनकाल में देश के कलात्मक और बौद्धिक विरासत को नष्ट कर दिया। आज देश में कई लोग हैं जो भारत के साथ अपनी खोई महिमा को बनाए रख सकते हैं। मैं उनमें से एक हूं। मैं उस दिन का सपना जब दुनिया एक बार फिर मेरे देश की सच्ची क्षमता को पहचान लेगा। भारत ने दुनिया को बहुत कुछ दिया है। उसने उन्हें वैज्ञानिक प्रगति की महत्वपूर्ण दे दी है – दशमलव उसने दुनिया को आयुर्वेद के रूप में प्रकृति के रहस्यों को दिया है। महात्मा गांधी शांति के प्रेषित मॉडेम दिवस भारत में बुद्ध और महावीर जैसे जन्म लेते थे। भारत वह भूमि है जहां महान मंत्र ‘अहिंसा परमो धर्म’ को पहली बार घोषित किया गया था।

भारत में आज दुनिया में तीसरे सबसे बड़े प्रशिक्षित वैज्ञानिक जनशक्ति हैं। इसके अलावा, कई प्रमुख वैज्ञानिक और सामाजिक संस्थान अत्यधिक कुशल भारतीय कर्मचारियों की वजह से काम कर रहे हैं। इस सब को ध्यान में रखते हुए मैं कल्पना करता हूं कि निकट भविष्य में भारत एक बार फिर अन्य राष्ट्रों के मार्गदर्शन के लिए देखा जा सकता है। मेरी इच्छा है कि मेरे देश में और कोई भी अशिक्षित और गरीब लोग नहीं हैं। इसके लिए मैं लोगों को विभिन्न सार्वजनिक प्लेटफार्मों के माध्यम से उजागर करना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि भारत अंतरिक्ष में और अधिक रॉकेट भेज सकता है और एक प्रमुख स्थान की स्थिति स्थापित कर सकता है। मैं यह भी चाहता हूं कि वैज्ञानिक और औद्योगिक समुदाय भारत को सबसे औद्योगिक देशों की सूची में लाने के लिए मिलकर काम कर सके। और गांधीजी की तरह, मैं चाहता हूं कि देश के प्रत्येक नागरिक की नज़र में कोई आँसू न हों।

Essay on India of My Dreams in Hindi – मेरे सपनों का भारत पर निबंध (600 Words)

यह टैगोर का सपना था। भौतिकवाद की दिशा में दुनिया तेजी से बढ़ रहा है, क्योंकि यह खो गया है; मेरे सपनों का भारत अतीत के गुणों और वर्तमान की वास्तविकताओं का मिश्रण है। मैं राणी चेनम्मा, रानी लक्ष्मीबाई, शिवाजी और महाराणा प्रताप के वीरता के साथ राष्ट्र को दूर करने के लिए पसंद नहीं करूंगा। वे लोगों की आक्रामक भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं जिन्होंने सदियों से विदेशियों के खिलाफ लड़े थे लेकिन विदेशियों ने देश पर लंबे समय तक शासन किया। लोग विनम्र हो गए। उन्होंने अपना सम्मान खो दिया इसे पुनर्जीवित किया जाना है।

भारत के लोगों को विश्वास होना चाहिए कि वे अपने दम पर खड़े हो सकते हैं। वे कुछ के लिए अन्य देशों पर निर्भर नहीं हैं अतीत के नायकों और नायिकाओं ने अपनी बहादुरी के साथ देश की महिमा की। गुमराह नेतृत्व ने देश को बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हाथों में फेंक दिया है। यह उद्योग और व्यवसाय के क्षेत्र में हमें गुलाम बना देगा। दूसरों के आधार पर हमें व्यापार और उद्योग में अपनी श्रेष्ठता दिखानी चाहिए। सामग्री विकास इस युग में सफलता का आधार है हमें कंप्यूटर की उम्र से परे एक कदम चलना चाहिए। मेरे सपनों का भारत महान वैज्ञानिक का देश है।

मेरे सपनों की भूमि एक नहीं है; जापान के रूप में मात्र व्यापार जगत के देश, आज भारत, धन और गरीबी का देश है। एक ध्रुव पर अल्ट्रा अमीर हैं। दूसरी ओर, गरीबी की रेखा से नीचे के लोग हैं मैं एक मध्यवर्गीय समाज का विकास करना चाहता हूं- छोटे पैमाने के उत्पादकों और कुटीर उद्योग चलाने वाले समाज का वर्चस्व है। मैं एक राष्ट्र के समृद्धि का सपना देखता हूं, लेकिन अमीर लोगों का बोलबाला नहीं होता

शिक्षा एक राष्ट्र की आत्मा है मेरे सपनों का भारत सौ प्रतिशत शिक्षित लोगों की भूमि है। हमें उन लोगों को साक्षर जो केवल उनके नाम लिख सकते हैं और उन शिक्षित जो कॉपी करने और अन्य अनुचित साधनों के माध्यम से एक प्रमाण पत्र प्राप्त है बुलाने की स्वांग के साथ भाग लेते हैं। मेरे देश में ऐसे लोग हैं जो वास्तव में शिक्षित हैं कि वे समाज के कल्याण और राष्ट्र की ताकत के बारे में सोच सकते हैं। यह शिक्षा के माध्यम से है कि हम अपनी संस्कृति को बनाए रख सकते हैं, हमारी आबादी को नियंत्रित कर सकते हैं, ग़दमायों को अस्वीकार कर सकते हैं और विदेशी इतिहास द्वारा लिखे गए झूठे इतिहास को स्वार्थी नेताओं द्वारा बनाए रखा जा सकता है।

मेरे सपने के भारत में कोई अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग नहीं होगा। हर कोई एक सम्माननीय नागरिक होगा हर कोई एक ही सामाजिक स्थिति होगा कोई ऊपरी या निचली जाति नहीं होगी। पुरुष क्रोधवाद गायब हो जाएगा और महिलाओं को उसी स्थिति का आनंद मिलेगा जैसा पुरुषों द्वारा मज़ा आया था।

Essay on India of My Dreams in Hindi – मेरे सपनों का भारत पर निबंध (1000 Words)  

सभी भारतीय चाहते हैं कि भारत दुनिया में एक महाशक्ति बन जाए। भारत में एक शानदार अतीत है यह उसके धन के कारण था कि यह अनगिनत बार और उसके धन पर हमला किया गया था, लूट लिया। ब्रिटिश शासकों ने देश का शोषण किया। स्वतंत्रता के समय, देश अशांति में था, इसकी अर्थव्यवस्था बिखर गई थी और चारों ओर अशांति थी आजादी के बाद से देश ने बहुत प्रगति की है।

हालांकि, यह अब भी दुनिया के विकसित देशों के पीछे है। मेरे सपनों का भारत गरीबी की बीमारियों से मुक्त एक शांतिपूर्ण, प्रगतिशील, साक्षर देश है, जहां हर नागरिक सुरक्षित और सुरक्षित महसूस करता है, जहां सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं और जहां देश की महिलाओं को अत्यंत सम्मान और सम्मान से व्यवहार किया जाता है भारत को अपने समृद्ध अतीत पर गर्व है यह उसके धन के कारण था कि यह ‘असंख्य बार और उसकी संपत्ति, लूट’ पर आक्रमण किया गया था।

ब्रिटिश ने लगभग दो शताब्दियों तक भारत पर शासन किया और आर्थिक रूप से देश का शोषण किया। आजादी के समय ( 15 अगस्त , 1947) देश की अर्थव्यवस्था खराब हो गई थी और वहां सामाजिक अशांति हुई थी। हालांकि, यह भारत के लिए अपनी नियति लिखने का समय था और उसके बाद से वह काफी समय से आए हैं। कई मोर्चों पर बहुत प्रगति हुई है|

हमारी योजना के साथ ही इसके कार्यान्वयन में कमियां हैं हालांकि, अन्य देशों की तुलना में, जिसने एक ही समय में आजादी हासिल की थी, हमने बहुत बेहतर प्रदर्शन किया है। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है यह देश के 60 प्रतिशत कार्यबलों को रोजगार प्रदान करता है और भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लगभग एक चौथाई के लिए खाता है। यह व्यापार को निर्यात करने के लिए काफी योगदान देता है हालांकि, विकास के कुछ इलाकों को छोड़कर, देश के बाकी हिस्सों में कृषि परिदृश्य निराशाजनक है ‘।

कृषि समुदाय आम तौर पर कर्ज के तहत होता है। बढ़ते देनदारियों और अन्य आर्थिक कठिनाइयों के कारण हाल के वर्षों में बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की है। एक अविकसित देश की विकास प्रक्रिया में औद्योगिक विकास महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह आय के स्तर को बढ़ाने और ग्रामीण अधिशेष श्रम को अवशोषित करने में मदद करता है। उन्नीसवीं सदी से पहले, भारत विनिर्माण क्षेत्र में संपन्न रहा था। हालांकि, स्वतंत्रता के समय उद्योग खराब स्थिति में था।

स्वतंत्र भारत में औद्योगिक विकास द्वितीय पंचवर्षीय योजना से शुरू हुआ। यह विभिन्न चरणों के माध्यम से पारित हुआ है। कई बाधाओं और लाल टेपियाम 6 उद्योग के तेजी से विकास के रास्ते में आए। लिबरेशन युग के बाद में चिंता के कुछ क्षेत्रों को संबोधित किया गया है। जुलाई 1991 की नई औद्योगिक नीति, जो बाजार के अनुकूल है और निजी उद्यम को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य है, आर्थिक परिदृश्य में काफी बदलाव लाया है। उद्योग के विकास के लिए घरेलू और विदेशी दोनों बाजारों से निवेश की जरूरत है।

आर्थिक उदारीकरण के साथ जुलाई 1991 से विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को प्रोत्साहित किया गया है और कई क्षेत्रों में इसे अनुमति दी गई है। भारत ने सेवा क्षेत्र में अपनी पहचान बना ली है| यह एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक प्रक्रिया आउटसोर्सिंग (13 पी 0) गंतव्य के रूप में उभरा है। भारत, सौभाग्य से, एक बड़ी अच्छी तरह से योग्य अंग्रेजी बोलने वाली आबादी है, जो इस क्षेत्र में पूर्वापेक्षा है। 1951 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या 36 करोड़ थी। साठ वर्षों में, जनगणना 2011 के अनुसार, देश की आबादी 1.21 अरब से अधिक हो गई है। आबादी का इतनी तीव्र विकास हमारे सीमित संसाधनों और सीमित भूमि क्षेत्र पर भारी बोझ रखता है।

1951 की जनगणना के अनुसार भारत की साक्षरता दर 20 प्रतिशत से कम थी। साठ वर्षों में, जनगणना 2011 के अनुसार, साक्षरता दर 74.04 प्रतिशत तक बढ़ गई है। हालांकि, आज भी हमारे देश में आबादी का एक बड़ा हिस्सा अभी भी अशिक्षित है। यह वास्तव में हमारे देश में साक्षरता की स्थिति का एक दुखद प्रतिबिंब है। भारत ने कई क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है।

आजादी के समय की तुलना में देश की आर्थिक स्थिति या देश की प्रति व्यक्ति आय बेहतर है। हमने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में बहुत प्रगति की है हमारा बुनियादी ढांचा उतना ही बेहतर है जितना कि यह था। बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय, कॉलेज और विद्यालय स्थापित किए गए हैं। औद्योगीकरण हुआ है। बेहतर स्वास्थ्य सेवा अब विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में उपलब्ध है औसत जीवन काल में वृद्धि हुई है। शिशु मृत्यु दर नीचे आ गई है देश के युवाओं के लिए बेहतर रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। परिवहन और संचार के साधनों में समुद्र परिवर्तन आया है। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने जागरूकता पैदा करने और लोगों को करीब लाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

खेल सुविधाओं के प्रावधान में भी सुधार ध्यान देने योग्य है संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत देश का तीसरा सबसे बड़ा अंग्रेजी उत्पादक देश है। इंडो-इंग्लिश साहित्य अब अच्छी तरह से विकसित और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है। यह बुकर पुरस्कार पुलित्जर पुरस्कार, आदि अरुंधति रॉय, झुम्पा लाहिड़ी, अनीता देसाई, अरविन अडिगा, अमितव घोष, चेतन भगत, डॉ सिद्धार्थ मुखर्जी, अमिश त्रिपाठी आदि जैसे कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों को हासिल करने में सक्षम हैं।

इस क्षेत्र में नाम इस सभी प्रगति के बावजूद सराहनीय है, कृषि और औद्योगिक श्रम की रहने की स्थिति और असंघटित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की सुधार के लिए बहुत कुछ करना होगा। अपराध और हिंसा को रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। कुछ परेशान राज्यों के गुमराह वाले युवाओं को मुख्य धारा में लाया जाना चाहिए। साम्यवाद, क्षेत्रवाद और कट्टरवाद को एक मजबूत हाथ से रोक दिया जाना चाहिए। प्राचीन भारत में, महिलाओं को उच्च सम्मान में आयोजित किया गया था।

लेकिन आज, वे अच्छी तरह से इलाज नहीं कर रहे हैं घरेलू हिंसा, दहेज से संबंधित मौतें, बलात्कार और महिला भक्तभाव हमारे समाज में बहुत आम हैं। महिलाओं की स्थिति में भारी सुधार की आवश्यकता है महिला सशक्तिकरण एक सभ्य समाज की विशेषता है लड़की को अपनी शिक्षा और कैरियर के विकास के लिए समान अवसर दिए जाने चाहिए ताकि वह एक सार्थक जीवन जी सकें। मेरे सपनों के भारत में, महिलाओं को उच्च सम्मान में आयोजित किया जाएगा और जीवन के हर पैरों में पुरुषों के साथ समान स्थिति का आनंद लेंगे।

वे पुरुषों के हाथों में कठपुतली नहीं होंगे वे किसी से पीछे नहीं होंगे निरक्षरता और गरीबी को निहित किया जाएगा सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता प्राप्त की जाएगी अन्य देशों पर निर्भरता अतीत की बात होगी मेरे सपनों का भारत एक निर्दोष समाज होगा जहां सभी समान होंगे। लोगों के आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से समान अवसर होंगे। मेरे सपनों का भारत बिना किसी भेदभाव, शोषण, भ्रष्टाचार, भाई-भक्तिवाद, जातिवाद, सांप्रदायिकता या आतंकवाद के बिना वास्तव में लोकतांत्रिक देश होगा। मेरे सपनों का भारत एक देश है, जो सभी भारतीयों पर वास्तव में गर्व है।

हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध (  Essay on India of My Dreams in Hindi – मेरे सपनों का भारत पर निबंध ) को पसंद करेंगे।

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध | Essay on India of My Dreams in Hindi

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध | Essay on India of My Dreams in Hindi!

अपने देश के प्रति सभी समझदार नागरिकों का अपना एक अलग दृष्टिकोण होता है । वह अपने देश के विषय में चर्चाएँ करता है और चिंतन करता है ।

यहाँ किस प्रकार की व्यवस्था होनी चाहिए, समाज का स्वरूप कैसा हो, लोगों को किस हद् तक अपनी परंपराओं एवं प्राचीन विश्वासों का सम्मान करना चाहिए, आधुनिक समस्याओं का देश किस प्रकार निदान करे आदि सैकड़ों बातें हमें उद्‌वेलित करती रहती हैं ।

अपना देश जिन्हें प्यारा होता है और जितना प्यारा होता है, उसी अनुपात में लोगों के निजी हित गौण होते जाते हैं और राष्ट्रहित सर्वोपरि होता जाता है । जब राष्ट्रहित निजी हित से ऊपर हो जाता है तब राष्ट्र के निर्माण, उसका भविष्य सँवारने के स्वप्नों का सृजन भी आरंभ हो जाता है । मैंने भी अपने राष्ट्र को लेकर कुछ सपने बुने हैं, कुछ निजी विचारों का बीजारोपण किया है ।

हालाँकि राष्ट्र निर्माण एक जटिल प्रक्रिया है, लेकिन इसमें असंभव जैसा कुछ भी नहीं है । अधिकांश यूरोपीय देशों की संपन्नता तथा जापान जैसे एक छोटे से देश का विश्व आर्थिक क्षितिज पर शक्तिशाली होकर उभरना यह सिद्‌ध करता है कि यदि देश के सभी लोग किसी लक्ष्य के प्रति समर्पित होकर कार्य करें तो उस देश का वर्तमान और भविष्य दोनों सुधर सकता है ।

समस्याग्रस्त तो सभी हैं पर उन समस्याओं को देखने तथा उन्हें सुलझाने का नजरिया सबों का भिन्न-भिन्न है । भारत की सबसे बड़ी समस्या लोगों की कर्महीनता है । हम दूसरों को उपदेश देने में प्रवीण हैं, पर स्वयं उसके विपरीत आचरण कर रहे हैं ।

भारत की आत्मा अभी भी जीवंत है लेकिन लोग अधमरे से हैं । मेरे सपनों का भारत उद्‌यमशील होना चाहिए, अकर्मण्य लोगों को यहाँ कम सम्मान मिलना चाहिए । मगर हम उन लोगों के भाग्य को सराहते हैं जो बिना हाथ-पाँव डुलाए, मुफ्त की रोटी तोड़ रहे होते हैं ।

ADVERTISEMENTS:

आजादी के आंदोलन के दौरान गाँधीजी ने लोगों के समक्ष यह बात बारंबार दुहराई थी कि श्रम का सम्मान किए बिना भारत सही मायनों में आजाद नहीं हो सकता । फिर भी ‘पर उपदेश कुशल बहुतेरे’ वाली हमारी आदत गई नहीं ।

हमारे देश में साधु-संतों को बहुत सम्मान दिया जाता है, लोग अंधभक्ति करते हैं मगर अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले व्यापारी व व्यवसायी वर्ग बड़े उपेक्षित से हैं । किसान और मजदूर जो कि अपने खून को पसीना बनाने में नहीं हिचकते, उन्हें जरा भी आदर प्राप्त नहीं है । ये लोग अपनी भूख भी ठीक ढंग से नहीं मिटा पाते । मैंने अपने देश का जो सपना सँजोया है उसमें व्यापारी, किसान व मजदूर बहुत खुशहाली में होंगे ।

भारत में एक महान् राष्ट्र बनने की पूरी क्षमता है । इसके लिए प्रत्येक नागरिक को अपनी निजी जिम्मेदारी अवश्य कबूल करनी होगी । मानव संसाधनों और प्राकृतिक संसाधनों का एक सेतु बनाकर इसे विकास के साथ जोड़ना होगा । आजादी के बाद से लेकर अब तक केवल शहरी क्षेत्र के विकास पर ध्यान दिया गया है लेकिन गाँव जब तक उपेक्षित रहेंगे भारत का कल्याण नहीं हो सकता ।

गाँवों में सिंचाई की सुविधा का होना सबसे जरूरी है ताकि किसान वर्षा की अनिश्चितता से मुक्त हो सकें । शहरों से लेकर गाँवों तक जोड़ने वाली बारहमासी सड़कों, बिजली तथा टेलीफोन सेवा की उपलब्धता हर जगह होनी चाहिए । गाँवों में स्कूल तथा स्वास्थ्य सेवा का ऐसा संजाल होना चाहिए जिससे लोगों को अपने बच्चों की शिक्षा तथा सबके स्वास्थ्य को लेकर एक प्रकार की निश्चिंतता हो ।

ग्रामवासी हर छोटे काम के लिए शहरों का रुख करने के लिए मजबूर न हों, इसका पूरा-पूरा ध्यान रखा जाना चाहिऐ । कृषि विशेषज्ञ गाँव-गाँव घूमकर खेती के पूरे तंत्र की जाँच करें, किसानों को उचित मशवरा दें यह स्थिति ही आदर्श है न कि किसान अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के लिए अंचल तथा जिला कार्यालयों का चक्कर लगाएँ।

पशुओं की बीमारियों का इलाज पशु चिकित्सक गाँव में जाकर करें, इसकी व्यवस्था भी आवश्यक है । ये सभी बुनियादी कार्य थे मगर आजादी के बाद से लेकर अब तक इसके बारे में कुछ नहीं किया जा सका । मैं अपने सपने में जो भारत देखता हूँ उसमें ग्रामीण विकास के ये सभी पहलू अहम् हैं ।

यदि हम अपने पड़ोसी देश चीन की ओर देखें तो यह आभास होता है कि यह देश एक गैर-लोकतांत्रिक देश होते हुए भी हमसे काफी आगे निकल चुका है । हमारे देश में विकास के मार्ग में नौकरशाही और लालफीताशाही के रूप में दो बड़े अवरोधक खड़े हैं । हमारी राजनीतिक व्यवस्था किसी दीर्घनीति और दूरदृष्टि के अभाव में इन अवरोधों को हटाने में असफल रही है । ऊपर से नीचे तक का सरकारी तंत्र न केवल भ्रष्टाचार में लिप्त है अपितु अक्षम भी है ।

जनता की छोटी-छोटी समस्याएँ भी नहीं सुलझ पाती हैं क्योंकि हर कोई निजता की भावना से काम कर रहा है । इस संबंध में मेरा दृष्टिकोण बिलकुल स्पष्ट है कि जन जागृति और स्वतंत्रता आंदोलन के जज्बे को पुन: उभारने की आवश्यकता है । जब व्यक्ति के मापदंड उच्च होंगे तब वह निश्चित ही अपने परिवेश की जकड़नों को तोड़ने के लिए उद्‌यत होगा । लोगों को अपने प्रति ईमानदार होना ही चाहिए, इसी में भारत के गौरव की पुनर्स्थापना का मंत्र छिपा है ।

‘सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्ताँ हमारा’ यह प्रेरणादायी उद्‌बोधन एक हकीकत बने, एक सच्ची बात हो जाए, उसी समय हम अधिक गौरव का अनुभव कर सकेंगे । भारत कभी जगतगुरु था, यह सत्य है मगर आज हम क्या हैं, आज हम दुनिया में कहाँ खड़े हैं, यह अधिक महत्वपूर्ण है । हमारा पुराना गौरव हमारे अंदर प्रेरणा भर सकता है मगर केवल सद्ईच्छाएँ ही भारत को खुशहाल बनाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं ।

कुल मिलाकर मेरे सपनों का भारत एक सुखी-संपन्न, शिक्षित, कर्मनिष्ठ और आत्मनिर्भर भारत है । जहाँ के लोग अपनी मर्यादाओं का पालन करते हों, उनमें विश्व बंधुत्व की भावना हो, वे दूसरे धर्मवालों का समान रूप से आदर करना जानते हों, शोषण और अत्याचार को जो बर्दाश्त न करें, लोगों में दया और परोपकार की भावना हो तथा प्रेममय जीवन जिनका लक्ष्य हो ,मैं ऐसे भारत की कल्पना करता हूँ ।

मगर मन के एक कोने में यह शंका भी है कि शायद यह कल्पना, यह सपना कभी पूर्णता को प्राप्त ही न हो, लेकिन दूसरे ही क्षण आशावाद इस शंका को निर्मूल सिद्‌ध करने के लिए संकल्पित हो जाता है । हमें एक ओर तो अनुशासन तथा दूसरी ओर दृढ़ संकल्प से काम लेना होगा ।

” देश को बलयुक्त करने , यदि न चले अनुशासन से हम तो कल देगा फिर हमें दासता सी जंजीर पहना है सरल आजाद होना , पर कठिन आजाद रहना । ”

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भारत पर निबंध | India of My Dreams Essay in Hindi

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India of My Dreams Essay in Hindi

India of My Dreams Essay in Hindi: भारत एक ऐसा राष्ट्र है जहां सभी संस्कृतियों और धर्मों के लोग शांतिपूर्वक सहअस्तित्व में हैं। हालाँकि, लोगों के साथ उनके लिंग, जाति, पंथ, धर्म या आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव राष्ट्र के कई क्षेत्रों में होता रहता है। मेरा आदर्श भारत ऐसा होगा जिसमें किसी के प्रति ऐसा कोई पूर्वाग्रह न हो। पिछले कई दशकों में, भारत ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों सहित कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। मैं भारत को एक पूर्ण विकसित राष्ट्र के रूप में देखता हूं जो न केवल उपरोक्त क्षेत्रों में उत्कृष्ट है बल्कि अपने समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास को संरक्षित करने का प्रबंधन भी करता है।

भारत एक बहुजातीय, बहुभाषी और बहुधार्मिक राष्ट्र है जिसने पिछली शताब्दी में कई अलग-अलग क्षेत्रों में लगातार प्रगति की है। मेरे सपनों में भारत वह है जो और भी तेजी से विकसित होता है और जल्द ही विकसित देशों में सूचीबद्ध हो जाएगा।

निम्नलिखित महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जिन पर भारत को बेहतर बनाने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है:

शिक्षा और रोजगार

मेरे आदर्श भारत में, प्रत्येक व्यक्ति को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नौकरी की संभावनाएं प्राप्त होंगी। एक शिक्षित और कुशल आबादी को देश के रूप में विकसित होने से नहीं रोका जा सकता है।

जाति और धार्मिक मुद्दे

मेरी आकांक्षाओं का भारत भेदभाव के आधार के रूप में जाति या धार्मिक भेदभाव के बिना एक देश होगा। जाति और धार्मिक मतभेदों के साथ काम करना देश के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

औद्योगिक और तकनीकी विकास

भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास दोनों को देखा है। हालाँकि यह विकास अभी भी अन्य देशों के विकास के बराबर नहीं है। मेरे सपनों का भारत तकनीकी क्षेत्र के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी तेजी से आगे बढ़ेगा।

देश में बहुत अधिक भ्रष्टाचार है, और इसका प्रसार हर दिन तेजी से बढ़ रहा है। औसत व्यक्ति बेईमान राजनेताओं के हाथों पीड़ित होता है जो सिर्फ अपने निजी हितों को आगे बढ़ाने की परवाह करते हैं। मेरे सपनों के भारत में भ्रष्टाचार नहीं रहेगा। इस राष्ट्र में, सरकार की एकमात्र चिंता अपने नागरिकों की भलाई होगी।

लिंग भेदभाव

यह देखना काफी निराशाजनक है कि जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट होने के बावजूद, महिलाओं को अभी भी पुरुषों की तुलना में कम मूल्यवान माना जाता है। मेरे सपनों के भारत में लैंगिक भेदभाव नहीं रहेगा। यह एक ऐसी सेटिंग होगी जहां सभी लिंगों के साथ समान व्यवहार किया जाएगा।

मेरे सपनों के भारत में, कई जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक और सामाजिक स्थितियों के व्यक्ति शांतिपूर्वक सहअस्तित्व में हैं। सरकार को मेरे सपनों के भारत में सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार की संभावनाएं प्रदान करनी चाहिए।

संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करते हैं और अच्छे जीवन की गुणवत्ता का आनंद लेते हैं।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा राष्ट्र होगा जो अपने सभी निवासियों को समान रूप से महत्व देता है और किसी भी कारक के आधार पर उनके साथ अलग व्यवहार नहीं करता है। मैं एक ऐसे समाज की कल्पना करता हूं जिसमें महिलाओं को पुरुषों के बराबर महत्व दिया जाए। मैं चाहता हूं कि भारत भविष्य में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े।

पिछले कई दशकों में, भारत ने कई अन्य क्षेत्रों में तेजी से आर्थिक विकास, तकनीकी नवाचार और प्रगति देखी है। हालाँकि, अभी भी विकास के लिए बहुत जगह है। अपने धन के कारण, भारत को कभी-कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था। मैं चाहता हूं कि राष्ट्र अपने पूर्व वैभव को पुनः प्राप्त करे। मैं चाहता हूं कि वह आर्थिक संपन्नता के साथ-साथ संस्कृति और समाज की दृष्टि से भी समृद्ध जीवन जिए। किसी के साथ पक्षपात या अन्याय नहीं होना चाहिए और सभी लोगों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध (India of My Dreams Essay in Hindi)

प्रत्येक जानकार व्यक्ति का अपने राष्ट्र पर एक अनूठा दृष्टिकोण होता है। वह अपने राष्ट्र के बारे में बात करता है और मानता है।

यहां किस तरह की संस्कृति होनी चाहिए, लोगों को अपनी परंपराओं और पुरानी मान्यताओं का कितना सम्मान करना चाहिए, देश को मौजूदा मुद्दों को कैसे संबोधित करना चाहिए, आदि। कई चीजें हमें उत्तेजित करती रहती हैं।

लोगों के व्यक्तिगत हितों को राष्ट्रीय हित के पक्ष में उन लोगों द्वारा अधीनस्थ किया जाता है जो अपने देश से कितना प्यार करते हैं, इसके अनुपात में प्यार करते हैं। एक राष्ट्र बनाने और उसके भविष्य का निर्धारण करने के विचारों की शुरुआत तब भी होती है जब राष्ट्रीय हित व्यक्तिगत हित पर हावी हो जाता है। इसके अलावा, मैंने अपने देश के लिए कुछ उम्मीदें और कुछ विचारों को अपने लिए बोया है।

एक कठिन प्रक्रिया होने के बावजूद राष्ट्र निर्माण असंभव नहीं है। अधिकांश यूरोपीय देशों की आर्थिक सफलता और जापान जैसे छोटे राष्ट्र का वैश्विक आर्थिक परिदृश्य पर एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में उदय इस बात का प्रमाण है कि एक राष्ट्र का वर्तमान और भविष्य बेहतर हो सकता है यदि उसके सभी नागरिक एक समान उद्देश्य के लिए समर्पित रूप से प्रयास करें।

चुनौतियां हैं, लेकिन हर कोई उन्हें हल करने के लिए एक अलग कोण से उनसे संपर्क करता है। भारत की सबसे बड़ी समस्या इसकी आबादी का रोजगार की कमी है। हालाँकि हम दूसरों को प्रचार करने में कुशल हैं, फिर भी हम वही करते हैं जो हम प्रचार करते हैं।

भारत की आत्मा अभी भी जीवित है, लेकिन इसके नागरिक केवल आंशिक रूप से जीवित हैं। मेरी कल्पनाओं के भारत में, व्यक्तियों को उद्यमी होना चाहिए और उनके साथ कम सम्मान का व्यवहार किया जाना चाहिए। हालांकि, हम उनके भाग्य का जश्न मनाते हैं जो रोटी तोड़ते समय अपने पैर नहीं छूते हैं।

स्वतंत्रता संग्राम के दौरान गांधीजी ने अक्सर जनता को इस बात पर जोर दिया था कि भारत श्रम के सम्मान के बिना वास्तव में स्वतंत्र नहीं हो सकता है। हालांकि, हमारे पास “लेकिन कुशल बहुतों को उपदेश देने” की प्रवृत्ति बनी रही।

हमारे देश में, तथाकथित “अर्थव्यवस्था की रीढ़”, व्यवसायी और व्यापारी वर्ग, अपेक्षाकृत कम सम्मान प्राप्त करते हैं और अक्सर अंध भक्ति का विषय होते हैं। उन्हें उन किसानों और श्रमिकों के लिए बिल्कुल भी सम्मान नहीं है जो खुद को पसीने से तरबतर करने से डरते नहीं हैं। ये लोग अपनी भूख पूरी तरह से नहीं भर पा रहे हैं। मैंने अपने देश के लिए जो सपना संजोया है, वह व्यापारियों, किसानों और श्रमिकों के लिए बड़ी खुशी लेकर आएगा।

भारत में महाशक्ति बनने की क्षमता है। प्रत्येक नागरिक को इसके लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी उठानी चाहिए। प्राकृतिक संसाधनों और मानव संसाधनों के बीच संबंध स्थापित करके इसे विकास से जोड़ा जाना चाहिए। भारत की स्वतंत्रता के बाद से, मुख्य रूप से शहरी विकास पर ध्यान दिया गया है; लेकिन, जब तक भारत के गांवों की उपेक्षा की जाती है, तब तक देश का विकास असंभव होगा।

यह महत्वपूर्ण है कि समुदायों के पास सिंचाई प्रणाली हो ताकि किसान वर्षा की अनिश्चितता से मुक्त हो सकें। हर मौसम में सड़कों, बिजली और टेलीफोन सेवा को शहरों से गांवों तक पहुंचाना होगा। गांवों के निवासियों को अपने बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर कुछ हद तक आश्वासन प्रदान करने के लिए, स्कूलों और स्वास्थ्य सुविधाओं का एक नेटवर्क स्थापित किया जाना चाहिए।

यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान रखा जाना चाहिए कि किसान हर मामूली काम के लिए शहर जाने के लिए मजबूर न हों। किसान छोटी-छोटी बातों के लिए अंचल व जिला कार्यालयों का चक्कर न लगाएं। इसके बजाय, कृषि विशेषज्ञों को पूरी कृषि प्रणाली का निरीक्षण करने और किसानों को उचित सलाह देने के लिए गांवों का दौरा करना चाहिए।

पशु रोगों को ठीक करने के लिए पशु चिकित्सकों को गांव जाना चाहिए; हालाँकि, तैयारी की भी आवश्यकता है। ये सभी मौलिक कार्य थे, लेकिन आजादी के बाद से लेकर आज तक इनके बारे में कुछ नहीं किया जा सका। मैं अपने सपनों में जिस भारत की कल्पना करता हूं, वह ग्रामीण विकास के इन घटकों में से प्रत्येक को उच्च प्राथमिकता देता है।

एक गैर-लोकतांत्रिक राष्ट्र होने के बावजूद, चीन हमारे पड़ोसी की तुलना में हमसे बहुत आगे निकल गया है। लालफीताशाही और नौकरशाही हमारे देश की प्रगति में दो महत्वपूर्ण बाधाएं हैं। दीर्घकालिक योजना और दूरदृष्टि के अभाव में हमारी राजनीतिक व्यवस्था इन बाधाओं को दूर करने में विफल रही है। न केवल पूरे सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार मौजूद है, बल्कि यह अप्रभावी भी है।

क्योंकि हर कोई गोपनीयता की भावना के साथ काम कर रहा है, जनता के सामने आने वाली छोटी-छोटी समस्याओं का भी समाधान नहीं होता है। इस संबंध में, मेरी राय स्पष्ट है: मुक्ति आंदोलन और सामान्य जागृति की भावना को पुनर्जीवित करना होगा। एक व्यक्ति जो खुद को उच्च मानकों पर रखता है, निस्संदेह अपने पर्यावरण की बाधाओं को दूर करने के लिए तैयार होगा। भारत के गौरव को पुनर्जीवित करने की चाबियों में से एक यह है कि लोग स्वयं के प्रति ईमानदार हों।(India of My Dreams Essay in Hindi)

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मेरा सपना पर निबंध – My Dream Essay in Hindi

Essay on My Dream in Hindi: दोस्तो आज हमने  मेरा सपना पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

मेरा सपना पर निबंध – Essay on My Dream in Hindi

हर किसी के जीवन में एक सपना होता है जिसे वे बड़े होने पर हासिल करना चाहते हैं। कुछ बच्चे अमीर बनना चाहते हैं ताकि वे कुछ भी खरीद सकें और कुछ डॉक्टर, वकील या इंजीनियर बनना चाहते हैं।

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लेकिन केवल आप जानते हैं कि इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और इसके प्रति चौकस रहना होगा। मेरे सपने पर इस निबंध में, हम उन बुनियादी चीजों पर चर्चा करने जा रहे हैं जो मेरे सपने को प्राप्त करने में मदद करेंगी।

दृढ़ निश्चय

सपने को हकीकत में बदलने के लिए सबसे पहली चीज जो आपको चाहिए वह है दृढ़ संकल्प। यह आपको बहुत तरीकों से मदद करेगा। सबसे पहले, यह आपको कुछ भी करने के लिए कार्रवाई के पाठ्यक्रम को तय करने में मदद करेगा। इसके अलावा, यह आपको आगे की यात्रा की योजना बनाने में भी मदद करेगा। इसके अलावा, यह चीजों को धीमा करने और सपने की दिशा में एक स्थिर गति बनाए रखने में मदद करेगा।

इसके अलावा, कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेरा ड्रीम प्लान कितना बड़ा है और शॉर्ट टर्म गोल सेट करना हमेशा मदद करेगा। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि आपके सपने में भाग लेना किसी भी तरह से आपकी मदद नहीं करेगा। इसके अलावा, कुछ सपने हैं जिनके लिए समय की आवश्यकता होती है और वे एक प्रक्रिया का पालन करते हैं बिना इसका पालन किए आप उस सपने को हासिल नहीं कर सकते।

प्रेरित रहना

प्रेरणा का अभाव मुख्य कारणों में से एक है जो किसी व्यक्ति को अपने सपने को पीछे छोड़ने के लिए मजबूर करता है। इसलिए, प्रेरित रहना भी लक्ष्य का हिस्सा है। और अगर आप सकारात्मक नहीं रह सकते हैं तो आप सपने को हासिल नहीं कर पाएंगे। ऐसे कई लोग हैं जो अपने सपनों की यात्रा को बीच में ही छोड़ देते हैं क्योंकि उनमें प्रेरणा की कमी होती है ।

याद करते रहो लक्ष्य

सपने को पूरा करने के लिए आपको अपने सपने को ध्यान में रखना होगा। और इस सपने को अपने आप को दैनिक याद दिलाएं। कठिन समय आता है जब आप उस समय छोड़ने का मन करते हैं बस लक्ष्य को याद रखें इससे आपको सकारात्मक रहने में मदद मिलती है । और अगर आपको ऐसा लगता है कि आपने बड़ा गड़बड़ किया है तो एक नए दिमाग से शुरुआत करें।

स्वयं को पुरस्कृत करो

आपको खुद को पुरस्कृत करने के लिए मील के पत्थर को कवर करने की आवश्यकता नहीं है। अपने सपने के प्रति एक छोटा सा लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करने पर खुद को पुरस्कृत करें । ये पुरस्कार टॉफ़ी से लेकर आपकी पसंदीदा चीज़ तक कुछ भी हो सकते हैं। इसके अलावा, यह आत्म-प्रेरणा का एक अच्छा तरीका है।

कुछ ब्रेक ले लो

अपने लक्ष्य की ओर काम करने का मतलब यह नहीं है कि आप बिना रुके दिन-रात काम करें। इसके अलावा, निरंतर प्रयासों के कारण, लोग जल्द ही डी-प्रेरित होने लगते हैं। तो, एक ब्रेक लेने से आपके शरीर और दिमाग को मदद मिलेगी। ऐसा करने के लिए, कुछ समय के लिए अपने कार्यक्रम के बीच में एक ब्रेक लें और खुद को अन्य गतिविधियों में व्यस्त रखें।

सकारात्मक लोगों के बीच रहें

आपकी कंपनी आपको बहुत तरीकों से प्रभावित करती है जितना आप कल्पना कर सकते हैं। इसलिए, ऐसे लोगों के साथ रहें, जो आपकी सराहना करते हैं और ऐसे लोगों से दूर रहते हैं, जो आपको विचलित और आलोचना करते हैं।

गलतियाँ करने से संकोच न करें

हम इंसान गलती करने से डरते हैं लेकिन इसके साथ, हम एक महत्वपूर्ण बिंदु भूल जाते हैं जो कि एक गलती है जो हमें सीखने में मदद करती है। जब भी आप कोई गलती करते हैं तो आप कठिन समय का सामना करते हैं लेकिन ये कठिन समय आपको खुद को चमकाने और अधिक निर्धारक बनने में मदद करते हैं।

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इसे योग करने के लिए, हम कह सकते हैं कि एक लक्ष्य का सपना देखना इसे प्राप्त करने की तुलना में कहीं अधिक आसान है। और अपने सपने को पूरा करने के लिए आपको बहुत सी चीजों की आवश्यकता होती है और कई चीजों का त्याग भी करना पड़ता है।

इन सबसे ऊपर, अपने सपने को पूरा करने के लिए और उसके अनुसार काम करें क्योंकि यह आपको सही रास्ते पर ले जाएगा। और कभी भी बड़े सपने देखना न भूलें क्योंकि वे जीवन की हर बाधा को पार करने में मदद करते हैं।

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School of My Dreams Essay In Hindi | मेरे सपनों का विद्यालय पर निबन्ध

School of My Dreams Essay In Hindi मेरे सपनों का विद्यालय पर निबन्ध

  • विद्यालयों का महत्व
  • आदर्श विद्यालय
  • चरित्र निर्माण और अनुशासन

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न  हिंदी निबंध  विषय पा सकते हैं।

मेरे सपनों का विद्यालय पर निबन्ध | Essay on School of My Dreams In Hindi

विद्यालय शिक्षा प्रदान करने के केंद्र होते हैं। इनमें प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्रदान की जाती है। तीन-चार वर्ष के नन्हें-नन्हें बालक-बालिकाएँ इनमें प्रवेश करते हैं और सत्रह-अठारह वर्ष की आयु में बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करके जीवन के नए क्षेत्र में पदार्पण करते हैं।

विद्यालय का प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में महत्व होता है। विद्यालयों का जैसा स्तर होता है, उनसे शिक्षा ग्रहण करके निकले विद्यार्थियों का वैसा ही शैक्षिक स्तर होता है। विद्यालय कई प्रकार के होते हैं। नगर निगमों द्वारा चलाए जाने वाले विद्यालय प्रायः प्राथमिक स्तर की शिक्षा प्रदान करते हैं। राज्य सरकारों द्वारा संचालित विद्यालयों में उच्चतर माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्रदान की जाती है। श्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करने वाले पब्लिक स्कूल होते हैं। इन्हें निजी संस्थाएँ चलाती हैं।

मेरी हार्दिक इच्छा है कि मैं एक विद्यालय खोलूँ जो आदर्श विद्यालय हो। इसमें नर्सरी से बारहवीं कक्षा तक की उच्चस्तरीय शिक्षा प्रदान की जाएगी। शिक्षा प्रदान करने का दायित्व अध्यापक-अध्यापिकाओं पर निर्भर करता है। मैं इस विद्यालय में उच्चतम शिक्षा प्राप्त अध्यापक-अध्यापिकाओं को नियुक्त करूँगा। उन्हें अन्य विद्यालयों की अपेक्षा अधिक वेतन दूंगा। उन्हें विद्यालय परिसर में ही आवास प्रदान किए जाएंगे। उनको सभी प्रकार की सुख-सुविधाएँ प्रदान की जाएँगी। मेरा प्रयास होगा कि वे सभी प्रकार की चिंताओं से मुक्त रहें। ऐसे अध्यापक-अध्यापिकाएँ पूर्ण रूप से विद्यालय के उच्च स्तर निर्माण में अपना योगदान करेंगे। वे पूर्णतया विद्यार्थियों के हित के लिए समर्पित रहेंगे।

विद्यालय परिसर में छात्रावास बनाया जाएगा। इसमें दो तरह के विद्यार्थियों के रहने की व्यवस्था होगी। ऐसे प्रतिभावान विद्यार्थी जिनके माता-पिता निर्धन होंगे उन्हें छात्रावास में रखा जाएगा। उनके भोजन, निवास और शिक्षा की निःशुल्क व्यवस्था होगी। दूसरे वे विद्यार्थी होंगे जो अनुशासनबद्ध रहकर सच्चे अर्थों में शिक्षा ग्रहण करना चाहेंगे।

विद्यालय में विज्ञान की बड़ी-बड़ी प्रयोगशालाएँ होंगी। इनमें नए-नए प्रयोग करने की सुविधा रहेगी। ये सभी प्रकार के उपकरणों से सुसज्जित होंगी। विद्यालय का कंप्यूटर-विभाग सबसे बड़ा होगा। विद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थी के लिए कंप्यूटर सीखना अनिवार्य होगा। नर्सरी के नन्हें बच्चे से लेकर बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थी जब कंप्यूटर सीखकर निकलेंगे तो वे देश को नए युग में ले जाएँगे।

विद्यालय के खेल-कूद विभाग में सभी प्रकार के खेलों के सामान उपलब्ध होंगे। विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को नियुक्त किया जाएगा। उनकी देखरेख में विद्यार्थी खेलों का उच्चस्तरीय प्रशिक्षण ग्रहण कर सकेंगे। इस प्रकार वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम ऊँचा कर सकेंगे।

विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर बल दिया जाएगा। हिंदी और अंग्रेजी भाषा में कविता, वाद-विवाद, निबंध लेखन, नाटक आदि के कार्यक्रम आयोजित कराए जाएंगे। भारतीय संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का बहुत महत्व होता है। संगीत और नृत्य के साथ-साथ चित्रकला और मूर्तिकला आदि विभागों की स्थापना की जाएगी।

विद्यालय में चरित्र-निर्माण और अनुशासन पर सबसे अधिक बल दिया जाएगा। अध्यापक-अध्यापिकाओं और विद्यार्थियों की वेशभूषा आदर्श होगी। अध्यापिकाओं की वेशभूषा इस प्रकार की होगी जिससे छात्राओं में शालीनता का भाव जाग्रत हो सके। प्रत्येक अध्यापक-अध्यापिका बारी-बारी से प्रात:कालीन प्रार्थना सभा में अपने विचार रखा करेंगे। प्रत्येक विद्यार्थी एक बार प्रार्थना सभा को अवश्य संबोधित करेगा।

मेरे सपनों के विद्यालय में सभी धर्मों के प्रति समान आदर भाव जाग्रत करने के लिए भिन्न-भिन्न त्योहार मनाए जाएंगे। महापुरुषों की जयंतियाँ आयोजित की जाएंगी। विद्यालय की पत्रिका में सर्वधर्म समभाव की रचनाएँ प्रकाशित की जाएँगी। मेरे सपनों के विद्यालय में सभी विद्यार्थी इतने योग्य होंगे कि वे अनुत्तीर्ण शब्द को ही भूल जाएँगे।

मेरा सपना पूरा होगा, यह मैं नहीं जानता। कहते हैं सपने देखना बुरा नहीं होता। यदि सपने नहीं देखेंगे तो उन्हें पूरा करने की भावना कैसे जाग्रत होगी? संभव है मेरे पास बहुत धन आ जाए। संभव है कि मैं देश का शिक्षामंत्री बन जाऊँ। तब तो मेरे सपनों का विद्यालय अवश्य बन जाएगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि मैं एक दिन ऐसा आदर्श विद्यालय बनाऊँगा।

मेरे सपनो का भारत पर निबंध Essay on India of My Dreams in Hindi

हेल्लो दोस्तों,  आज के इस लेख में हमने मेरे सपनों का भारत पर निबंध (Essay on India of My Dreams in Hindi) प्रस्तुत किया है। जिससे आप लोगो को ज्ञान हो सके कि हमारे सपनों का भारत कैसा होना चाहिए। जोकि आज के भारत से कितना अलग है।

Table of Content

हम सभी जानते है कि भारत एक महान देश है , जहाँ विभिन्न तरह की संस्कृतियाँ और अनेक धर्मों के लोग रहते है। मेरे सपनों का भारत इतना सुनहरा है कि वहां के लोगो में किसी के प्रति भी जाति, धर्म, लिंग, रंग रूप अथवा अन्य किसी प्रकार के आधार पर किसी के साथ भेदभाव न हो। आज के इस लेख में, मैं अपने सपनों के भारत के बारे में बताने जा रहा हूँ। जो इस प्रकार है:

मेरे देश भारत में शिक्षा को बढ़वा मिले

शिक्षा एक ऐसा मार्ग है जिससे जिससे किसी भी देश को एक विकसित देश बनाया जा सकता है। आज भी हमारे देश में बहुत से लोग अशिक्षित है, जिसकी वजह से उनको सही रोज़गार नही मिल पता है।

मैं चाहता हूँ कि मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए, जहाँ हमारे देश के सभी निवासी शिक्षित होना चाहिए। भारत का भी प्रत्येक नागरिक शिक्षा के प्रति जागरूक हो। जब शिक्षा हर घर में होगी तो उस देश की तरक्की को कोई रोक नही सकता है। इसीलिए मेरे सपनों के भारत में कोई भी अशिक्षित न हो।

मेरे देश के लोगों को रोज़गार मिले

किसी भी विकसित देश में रोज़गार की कमी नही होती है। रोज़गार तथा अन्य विषय के आधार पर बहुत से पैमाने मापे जाते है। उसके आधार पर उस देश को एक रैंक दी जाती है। इसलिए रोज़गार किसी भी देश को विकसित करने में बहुत सहायक होता है। 

मेरा मानना है कि मेरा सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए, जहाँ किसी को भी रोज़गार की चिंता ना रहे। हर व्यक्ति को सामान रूप से रोज़गार मिले। जिससे वो अपने देश की आर्थिक स्थिति को सुधार सके। ये हमारे देश के विकास लिए अत्यंत जरूरी है।

मेरे देश भारत से गरीबी दूर हो जाए

आज भी हमारे देश में लाखों ऐसे लोग हैं, जिनके पास रहने के लिए घर नही है, खाने के लिए खाना नही है। वो अपनी जिंदगी को ऐसी गरीबी में काट रहे है जो एक इंसान के लिए किसी नरक से कम नही है। हमारे देश में आर्थिक असमानता बहुत अधिक है।

कोई भी व्यक्ति ऐसा नही होना चाहिए कि उसके पास रहने के लिए घर और खाने और कपडे की कमी ना हो। मेरे सपनों के भारत में किसी भी नागरिक के पास ज्यादा धन न हो, बल्कि सारा धन सभी नागरिकों में बराबर वितरित कर दिया जाये।

मेरे देश भारत में भेदभाव खत्म हो जाए

मेरे प्यारे देश भारत भ्रष्टाचार मुक्त बने.

पढ़ें : भ्रष्टाचार पर निबंध

जाति और धर्म के मुद्दे दूर हो जाए

मैं चाहता हूँ कि मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए जहाँ जाति और धर्म के नाम पर नफरत न फैलाई जाए। और किसी के साथ भी धर्म और जाति के नाम पर भेदभाव न किया जाए।

मेरे भारत की महिलायें सशक्त बनें

मेरे देश में औधोगिक और तकनीकी विकास हो.

किसी भी देश को विकसित मानने में कई पैमाने होते है जिनमे से तकनीकी विकास भी एक है। जब किसी भी देश में तकनीकी विकास होता होगा, तो वहां के लोग तकनीकी के क्षेत्र में आगे रहेंगे और देश के विकास में ज्यादा योगदान दे पाएंगे।

भारत में अपराध दर में कमी आए

अगर अपराध बढ़ रहा है इसका सीधा अर्थ है वहां शिक्षा का अभाव होना, बेरोज़गारी और गरीबी जैसे कारणों से अपराध बढ़ता है। मेरी इच्छा है कि मेरे सपनों का भारत ऐसा हो जहाँ अपराध न हो। लोग कानून में भरोसा रखे और देश को खुशहाल बनाये रखे।

मेरे देश भारत के कृषि क्षेत्र में विकास हो

किसान किसी भी देश के आर्थिक विकास का एक मुख्य हिस्सा होता है और वो अपने देश को खाने के लिए भोजन प्रदान करता है। हम सभी को पता है भारत एक कृषि प्रधान देश है, लेकिन फिर भी आज भारत में किसानों को हालत बहुत बुरी है।

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Essay on India of My Dreams for Students and Children

500 words essay on india of my dreams.

India is a country where people of all cultures and religions coexist together. I suppose that each of us has dreamt about some version of India. Obviously, we may dream about anything at any time, and as Indian citizens, we are continuously looking for methods to improve our country and see a better India. Peace and prosperity are my hopes for our great country. India will be a great country when every citizen follows the rule of law, supports the nation with their families, and does something to make India a better place.

The India of my dream would be a country where women are safe and walk freely on road. Also, it will be a place where there is freedom of equality to all and everyone can enjoy it in their true sense. Furthermore, it would be a place where there is no discrimination of caste, color, gender , creed, social or economic status, and race. In addition, I see it as a place that sees an abundance of development and growth.

Essay on India of My Dreams

How can we make our dream India possible?

If we collectively look into everything, we will be able to identify the causes and solutions to all of the world’s problems. Similarly, building a great nation and resolving its deep-rooted problems is an attainable goal. India must have the following characteristics in order to become a Great Country:

  • Law That Is Just and Effective
  • Society of Peace
  • Equality of opportunity for everyone
  • Uncorrupted systems
  • Unbiased educational system

When these things become a reality, the entire country will take notice, and everyone will have the opportunity to enjoy a healthy and prosperous life. That is why we must all work together to bring about change in our country and contribute to improving people’s lives. Every person must work with their family and society, as well as support our government, which is also doing its bit by providing adequate education, transportation, food for everybody, and employment opportunities to all segments of society.

Technological Advancement

I would like to see India become more scientifically, technologically, and agriculturally sophisticated. I want to see an India where rationality and scientific ideas triumph over blind faith and bigotry. Because the present age is the age of science and information technology, I would like to bring India to the pinnacle of scientific and technical advancement. Scientific and technological developments are required since they are a critical stepping stone in the development of a country.

Women Empowerment

There is a lot of discrimination against women. But, still, the women are stepping out of their houses and making a mark on different fields and on society. In addition, there are a lot of areas that need to be worked upon whether it is female feticide or restricting them to the household task. Besides, many NGO and social groups have come forward to promote women empowerment .

However, we have to work hard to change the mindset of society. I dream of India as a country that sees women as its assets, not as liabilities. Also, I want to place women on an equal level as men.

Though there are many initiatives by the government to promote education. But there are many people who do not realize its true importance. The India of my dream will be a place where education will be mandatory for all.

I wish there were no uneducated people in India of my dreams. I would like to see India implement a system of education that allows every individual to earn a living. In my dream India, I would like the people of my country to appreciate the value of education and to encourage their children to pursue school rather than working in menial professions at a young age.

Employment Opportunities

Although there are many educated people in India. But, due to corruption and many other reasons they are unable to get a decent job. Besides, there are many employment opportunities in the country but they are either limited or don’t pay well enough. One of the reasons for this is weak industrial growth in the country.

In addition, reservation is a hindrance in this path as most of the deserving candidates lose their good opportunities because of it. Many of these deserving candidates go abroad and work for the economic growth of other countries . The Indian of My dream will be a place where the deserving candidate will get the job first rather than reserved candidates.

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Caste Discrimination

Though India got independence in 1947, still we are not able to get complete independence from caste, religion, and creed discrimination. It is shameful to see how in certain parts of the country the people of the lower section of the society are denied the basic rights .

However, there are various social groups that speak for their rights and help them to oppose this oppression. Besides, I dream of an India where there is no discrimination of any kind.

Corruption is one of the major reasons that are hindering the growth of the nation . Instead of making an effort to serve the growth of the country the officials and politicians are busy filling their own pockets. So, I dream of an India where the minister and official are dedicated to their work and wholly for the development of the country.

A big number of well-educated persons appear to be unemployed as a result of politicians’ severe corruption and harshness. Because of the reservation system, the majority of deserving individuals have been denied the opportunity. My hope for India is that deserving applicants, not reserved candidates, receive the correct jobs. I would also like to see India become a place where the government’s primary focus is on the benefit of the country.

In conclusion, the India of my dream will be an ideal country where every citizen will be equal. Also, there is no discrimination of any type. In addition, it will be a place where women are seen as equals to men and respected equally.

Gender Discrimination and Inequality

It’s terrible to see how, despite showing themselves in every aspect of life, women are still regarded as inferior to males. My ideal India will be one in which women are protected in all circumstances, good or bad. There will be no more torture, domestic violence, or male dominance over women. Women will be able to pursue their dreams with greater freedom. In my future country, they should be treated equally and have the right to care. It would be a location where the safety of women would be of the first importance.

Medical Support

The sole goal of the medical profession shall be to protect people free from discomfort and sickness, with proper regard and respect for age and with all due consideration for the health of all the best medical facilities available. Not for profit, but for the sake of service. The elderly would be properly cared for, and life would appear to be worth living for as long as they lived. People in my ideal country would be born healthy, hopeful, and happy, and they would live happily ever after.

FAQs about Essay on India of My Dreams

Q.1 Why India of my dream is difficult to achieve? A.1 India of my dream is difficult to achieve because there are many social, religious, and political problems. Only after getting rid of them, we can think about the India of my dream.

Q.2 Does corruption is the only hindrance in the path of development in India? A.2 No, there are many other hindrances in the path of development of India but corruption is a hindrance.

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  • July 2024 Current Affairs in Hindi /

Today’s Current Affairs in Hindi | 10 जुलाई 2024 (हिंदी करंट अफेयर्स)

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  • Updated on  
  • जुलाई 10, 2024

Today’s Current Affairs in Hindi 10 July 2024

यहां प्रमुख एग्जाम की तैयारी के लिए 10 जुलाई के current affairs today in hindi की महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है। जिसके माध्यम से आप अपनी एग्जाम की तैयारी के लिए डेली करंट अफेयर्स के बारे में जान सकते हैं। करंट अफेयर्स की जानकारी से हमें न केवल अपने समाज कि बल्कि देश और दुनिया में हो रही सभी महत्वपूर्ण गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलती है। इसके साथ ही भारत की सभी प्रमुख परीक्षाओं में भी करंट अफेयर्स से संबंधित प्रश्न जरूर पूछे जाते हैं।

  • हर वर्ष 10 जुलाई को भारत में ‘ राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस ’ (National Fish Farmers day 2024) मनाया जाता है। 
  • पूर्व भारतीय क्रिकेटर ‘ गौतम गंभीर’ (Gautam Gambhir) टीम इंडिया के हेड कोच बनाए गए हैं।
  • ‘प्रोफेसर डॉ. सौम्‍या स्‍वामीनाथन’ को राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के लिए प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया गया है। 
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल प्रदान किया गया है। 
  • भारत-संयुक्‍त अरब अमीरात संयुक्‍त रक्षा सहयोग समिति – जेडीसीसी की 12वीं बैठक ‘अबुधाबी’ में संपन्न हुई है। 
  • संस्कृति मंत्रालय ने 46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक के लिए ‘ प्रोजेक्ट पब्लिक आर्ट ऑफ़ इंडिया’ (PARI) शुरू किया है।
  • एचसीएल टेक की अध्यक्ष ‘ रोशनी नादर मल्होत्रा’ को फ्रांस ने देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘शेवेलियर डी ला लीजन डी’होनूर’ से सम्मानित किया है।
  • ‘स्मृति मंधाना’ और ‘जसप्रीत बुमराह’ को जून 2024 का आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया है।
  • केंद्र सरकार ने खालिस्तान समर्थक समूह ‘सिख फॉर जस्टिस‘ पर पांच साल के लिए प्रतिबंध बढ़ा दिया है।
  • ‘हरियाणा’ में अब छात्रों को 150 किलोमीटर तक बस पास की सुविधा मिलेगी। 
  • रक्षा लेखा महानियंत्रक ‘ देविका रघुवंशी’ ने असम के जोरहाट में नए क्षेत्रीय लेखा कार्यालय का उद्घाटन किया है। 
  • टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश में ‘घर घर सोलर’ पहल शुरू की है।

यह भी पढ़ें –  1986 में आज ही के दिन भारत ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हराकर लॉर्ड्स में हासिल की थी पहली टेस्ट जीत

10 जुलाई 2024 डेली करेंट अफेयर्स क्विज 

यहां डेली के कुछ प्रमुख क्विज क्वेशन की सूची आपकी परीक्षा की तैयारी के लिए दी जा रही हैं, इन क्वेशन को पढ़कर इनको सॉल्व करने का प्रयास करें:-

1. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहाँ ब्रह्माकुमारी के ‘दिव्य रिट्रीट सेंटर’ का उद्घाटन किया हैं? 

(A) जयपुर  (B) भुवनेश्वर (C) चंडीगढ़  (D) इंदौर  उत्तर- भुवनेश्वर

2. पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में हिस्सा लेने वाली पहली भारतीय महिला कौन बनी है?

(A) ज्योति याराजी (B) आयरा चिश्ती (C) कोमल नागर  (D) अंशु मलिक उत्तर- ज्योति याराजी

3. यूक्रेन के राष्ट्रपति व्‍लादिमिर ज़ेलेंस्की ने किस देश के साथ ‘द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते’ पर हस्ताक्षर किए हैं?

(A) अमरीका  (B) जर्मनी  (C) इटली  (D) पोलैंड उत्तर- पोलैंड

4. पेरिस डायमंड लीग में किसने अपना ही 1500 मीटर दौड़ का विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया है?

(A) हिमा दास (B) सूर्या लोगानाथन (C) फेथ किपयेगॉन (D) अंजू बॉबी जॉर्ज उत्तर- फेथ किपयेगॉन

5. ‘सार्वजनिक मनोरंजन पोर्टल’ किसने लॉन्‍च किया है?

(A) अनिल बैजल (B) सौरभ भारद्वाज (C) मनोज तिवारी   (D) विनय कुमार सक्‍सेना उत्तर- विनय कुमार सक्‍सेना 

यह भी पढ़ें – हिंदी करंट अफेयर्स 2024 

परीक्षा से संबंधित डेली करेंट अफेयर्स के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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Leverage Edu स्टडी अब्रॉड प्लेटफार्म में बतौर एसोसिएट कंटेंट राइटर के तौर पर कार्यरत हैं। नीरज को स्टडी अब्रॉड प्लेटफाॅर्म और स्टोरी राइटिंग में 2 वर्ष से अधिक का अनुभव है। वह पूर्व में upGrad Campus, Neend App और ThisDay App में कंटेंट डेवलपर और कंटेंट राइटर रह चुके हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविधालय से बौद्ध अध्ययन और चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय से हिंदी में मास्टर डिग्री कंप्लीट की है।

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The Timeless Charm of the Great Gatsby in Classic Cinema

This essay about the classic film adaptations of F. Scott Fitzgerald’s novel “The Great Gatsby” explores the 1949 and 1974 versions. It highlights how each film uniquely interprets Fitzgerald’s themes with the 1949 film focusing on character psychology and the 1974 adaptation emphasizing visual opulence. Both films successfully evoke the novel’s themes of the American Dream social hierarchy and nostalgia reflecting their respective cultural contexts.

How it works

F. Scott Fitzgerald’s novel The Great Gatsby has enchanted readers since its release in 1925. Its intricate narrative multidimensional characters and exploration of themes like the American Dream and social hierarchy have solidified its place in American literature. Over the decades the novel has inspired multiple film adaptations each striving to capture Fitzgerald’s vision. Among these the classic films are particularly notable for their unique interpretations and enduring impact.

The first significant cinematic adaptation of The Great Gatsby premiered in 1949 directed by Elliott Nugent and featuring Alan Ladd as Jay Gatsby.

This black-and-white film marked the novel’s initial transition to the big screen. Alan Ladd’s performance as Gatsby was remarkable for its intensity embodying the mysterious nature of the character. Despite the limitations of the era’s film technology the 1949 adaptation successfully depicted the extravagance and grandeur of Gatsby’s world in a subtle and nuanced manner. The film’s success lay in its ability to maintain the novel’s melancholic tone and the tragic fate of its protagonist.

In 1974 another prominent adaptation was released directed by Jack Clayton and starring Robert Redford as Gatsby and Mia Farrow as Daisy Buchanan. This version is celebrated for its lavish production design and faithful adherence to the novel. The 1974 film vividly portrayed the decadence of the Roaring Twenties with opulent costumes and elaborate sets that brought the Jazz Age to life. Robert Redford’s portrayal of Gatsby was both charismatic and enigmatic capturing the character’s charm and underlying sadness. Mia Farrow’s Daisy embodied the ethereal and capricious nature of her character illustrating why Gatsby was so entranced by her. The 1974 adaptation remains a favorite among fans for its visual splendor and fidelity to the spirit of the novel.

These classic films have their unique strengths each contributing something different to the legacy of The Great Gatsby . The 1949 version delved deeper into the psychological aspects of the characters while the 1974 adaptation emphasized the visual opulence and historical context. What makes these films enduring is their ability to interpret and present Fitzgerald’s themes in ways that resonate with audiences of their respective times. The exploration of the pursuit of the American Dream the excesses of the wealthy and the inherent tragedy of unfulfilled desires are effectively portrayed in both adaptations though through different cinematic lenses.

A key aspect of these classic films is their ability to evoke nostalgia. The Great Gatsby as a novel is deeply rooted in the context of the 1920s a period of significant social and economic change in America. The films capture this nostalgia by meticulously recreating the era’s fashion music and social dynamics. This not only helps to transport viewers back in time but also underscores the timeless nature of the novel’s themes. The sense of longing and loss that permeates the story is mirrored in the films making them poignant reminders of both the past and the enduring relevance of Fitzgerald’s work.

The adaptations of The Great Gatsby are more than mere cinematic retellings of a beloved novel; they are artistic interpretations that reflect the filmmakers’ visions and the cultural contexts in which they were made. The 1949 and 1974 films in particular stand out for their ability to capture the essence of Fitzgerald’s narrative while offering their distinct takes on the story. Through their portrayal of Gatsby’s world these classic films continue to captivate audiences ensuring that the allure of The Great Gatsby remains as powerful as ever.

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PapersOwl.com. (2024). The Timeless Charm of The Great Gatsby in Classic Cinema . [Online]. Available at: https://papersowl.com/examples/the-timeless-charm-of-the-great-gatsby-in-classic-cinema/ [Accessed: 10 Jul. 2024]

"The Timeless Charm of The Great Gatsby in Classic Cinema." PapersOwl.com, Jul 06, 2024. Accessed July 10, 2024. https://papersowl.com/examples/the-timeless-charm-of-the-great-gatsby-in-classic-cinema/

"The Timeless Charm of The Great Gatsby in Classic Cinema," PapersOwl.com , 06-Jul-2024. [Online]. Available: https://papersowl.com/examples/the-timeless-charm-of-the-great-gatsby-in-classic-cinema/. [Accessed: 10-Jul-2024]

PapersOwl.com. (2024). The Timeless Charm of The Great Gatsby in Classic Cinema . [Online]. Available at: https://papersowl.com/examples/the-timeless-charm-of-the-great-gatsby-in-classic-cinema/ [Accessed: 10-Jul-2024]

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